संगड़ाह, 15 नवंबर : उपमंडल के अंतर्गत ग्राम पंचायत बड़ोल में दीपावली पर अचानक लगने से करीब 4 वर्ग किलोमीटर में फैली घासनी जंगल जलकर राख हो गई। इस कारण इलाके में पशुओ के चारे का संकट पैदा हो गया है। पांच दर्जन ग्रामीणों द्वारा शनिवार देर रात तक काफी मशक्कत के बाद आग को बुझाया गया। साथ ही इसे गांव तक पहुंचने से रोका गया।
उपमंडल संगड़ाह में कहीं भी फायर स्टेशन अथवा चौकी न होने के चलते लोगों को आगजनी के दौरान अपनी व जान माल की रक्षा खुद करनी पड़ती है। पंचायत उपप्रधान मोहन कन्याल ने बताया कि गांव से करीब चार किलोमीटर नीचे नाले में किसी अज्ञात शख्स द्वारा आग लगाई गई। आग लगने से यहां पशुचारे का संकट पैदा हो गया है, क्योंकि चरागाह व घासनी जलकर राख हो गई।
ग्रामीणों ने प्रशासन से यहां पर पशु चारा उपलब्ध करवाने में मदद की मांग की है। बीट गार्ड कैलाश के अनुसार आगजनी वाला क्षेत्र लोगों की निजी जमीन है और यह फॉरेस्ट लैंड नहीं है। तहसीलदार हरिपुरधार काकू राम ने बताया कि वह स्वयं घटनास्थल पर जाकर आग से हुए नुकसान का जायजा लेंगे।