नाहन, 13 नवंबर: ऐतिहासिक शहर की शान चौगान मैदान (Choggan ground) है। एक समय था, जब इसकी शानो शौकत भव्य थी। खेल गतिविधियों(Sports Activities) के अलावा किसी भी गतिविधि की इजाजत नहीं थी। शुक्रवार देर शाम मैदान में एक ऐसा नजारा सामने आया, जिसे देखकर हरेक खेल प्रेमी(Sports Lover) व्यथित हो उठा।
अरसे से नगर परिषद (Municipal Council) द्वारा मैदान में घास बिछाने (Grass Carpeting) के लिए लगभग 2 लाख रुपए का बजट खर्च किया जा रहा है, लेकिन हरियाली(Greenery) से पहले ही इसे रौंद (Trample) दिया गया है। मैदान में आतिशबाजी(Crackers) के स्टाॅल (Stall) वीरवार को ही सज गए थे। इससे नगर परिषद को लगभग 60 हजार रुपए की आमदनी हुई है। लेकिन हैरान कर देने वाली बात ये सामने आई कि स्टाॅल्स (Stalls) पर खरीददार कम थे, लेकिन मैदान में घास को कुचलने के लिए वाहनों का जमावड़ा ज्यादा था।
बेबस (Helpless) व लाचार व्यवस्था (System) खुली आंखों से सबकुछ देख रही थी। इतना तो तय है कि लाखों रुपए खर्च कर अब घास की हरियाली नजर नहीं आने वाली। गौरतलब है कि इस बात पर भी सवाल उठाया गया था कि जब दशहरे को पर्व को रद्द कर दिया गया था तो अब क्यों पूरे मैदान में ही स्टाल लगवा दिए गए। चुनिंदा स्टाॅल (Selected Stalls) को नीलामी के आधार पर केवल बास्केटबाल ग्राउंड (Basketball ground) तक ही सीमित रखा जा सकता था।
उधर नगर परिषद के एसडीओ परवेज इकबाल ने कहा कि इस बारे कोई भी शिकायत नहीं मिली है। अब जानकारी मिलने के बाद शनिवार को इस मसले पर प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। बता दें कि ये वही चौगान मैदान है, जिसने न केवल देश को सीता गोसाई जैसी खिलाड़ी दी है, बल्कि बेशुमार फुटबाॅल खिलाड़ियों (Football Players) को भी तैयार किया है।