शिमला, 13 नवंबर : हिमाचल हाईकोर्ट (Himachal Highcourt) ने राज्य के कोविड अस्पतालों (Covid Hospitas) व कोविड केयर केंद्रों (Covid Care Centre) में वेंटिलेटर (Ventilator) और बिस्तरों की संख्या को बढ़ाने के प्रदेश सरकार को आदेश दिए हैं। इसके साथ ही सरकार को कोविड मरीजों को आक्सीमीटर (Oximeter) के वितरण को बढ़ाने के लिए भी कहा गया है। मुख्य न्यायाधीश एल.नारायण स्वामी और न्यायमूर्ति अनूप चितकारा की खंडपीठ ने कोविड के बढ़ते मामलों और आईजीएमसी (IGMC) अस्पताल के कोविड वार्ड के कोविड मरीजों से भर जाने संबंधी एक दैनिक अंग्रेजी समाचार पत्र में प्रकाशित खबर पर स्यू मोटो लेते हुए ये आदेश दिए हैं।
न्यायालय ने अपने पहले के आदेश में राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था और कोरोना (Corona) से निपटने में उठाए गए कदमों के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।
राज्य सरकार की तरफ से महाधिवक्ता (Advocate General) ने रिपोर्ट में अदालत को जानकारी दी कि राज्य भर में कोरोना मरीजों को उचित उपचार दिया जा रहा है और मरीजों को किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ रहा है। उन्होंने राज्य के विभिन्न कोविड अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में बिस्तरों की जिलावार (District wise) व अस्पतालवार रिक्ति की स्थिति को एक सारणीबद्ध रूप (Tabular form) में प्रस्तुत किया और कहा कि बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर, कुल्लू, लाहौल और स्पीति, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में डेडिकेटर कोरोना केयर केंद्रों में कोरोना मरीजों के कुल रिक्त बिस्तर 2401 हैं। जबकि इन केंद्रों में आइसोलेशन बिस्तरों की संख्या 2583 है।
एमिकस क्यूरिया द्वारा पेश रिपोर्ट में कहा गया कि लोगों को पर्याप्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना राज्य का संवैधानिक दायित्व (Constitutional obligation) है तथा अल्पकालिक आर्थिक लाभ (Short term economic benefit) को दीर्घकालिक सार्वजनिक स्वास्थ्य (Long term public health)और कल्याण को खतरे में डालने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। रिपोर्ट में राज्य में पर्यटकों और बाहरी लोगों के प्रवेश को विनियमित करने का सुझाव दिया गया है।
राज्य सरकार की तरफ से दायर रिपोर्ट के बाद न्यायालय ने पाया कि हिमाचल में डेडिकेटिड कोविड केयर अस्पतालों (Dedicated Covid Care Hospitals) में पर्याप्त मात्रा में वेंटिलेटर उपलब्ध नहीं करवाए गए हैं और इनकी संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है। बिलासपुर जिले में चार और सिरमौर में महज एक वेंटिलेटर प्रदान किया गया है। न्ययालय ने एमिकस क्यूरिया की रिपोर्ट में दिए गए सुझावों पर भी प्रदेश सरकार को अमल करने के निर्देश दिए। मामले की आगामी सुनवाई 23 नवंबर को होगी।
गौरतलब है कि हिमाचल में पिछले कुछ दिनों से कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ौतरी हुई है। नवंबर के महीने में कोरोना का जबरदस्त प्रकोप देखा जा रहा है और बीते 13 दिनों में 6,412 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 102 लोगों ने इस महामारी से दम तोड़ा है। यानी नवंबर में हर दिन 8 से 9 मरीजों की मौत हो रही है और औसतन 500 मामलों की पुष्टि हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के शुक्रवार शाम 5 बजे के बुलेटिन के अनुसार कोराना संक्रमितों का आंकड़ा 28,471 पहुंच गया है। इनमें 21,824 स्वस्थ हुए हैं। जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 6,154 है। कोरोना से राज्य भर में 414 लोगों की जान गई है। मंडी, शिमला, सोलन, कांगड़ा और कुल्लू जिलों में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है।