रिकांगपिओ, 13 नवंबर : जिले का मीरु जंगल बीते चार दिनों से धूं -धूं कर जल रहा है। एक अनुमान के अनुसार अब तक करीब 50 से 100 हेक्टेयर (Hector) क्षेत्र में फैले इस भीषण अग्निकांड (Fire) से अरबों रुपए की वन संपदा (Forest wealth) जलकर राख हो गई है। जल्द इस आगजनी पर काबू नहीं आया जा सका तो और भी कई क्षेत्र आग की चपेट में आ सकते हैं। अब तक इस अग्निकांड में अति दुर्लभ प्रजाति के पेड़ (Rare tree species) चिलगोजा के हजारों पेड़ जल कर नष्ट हो चुके हैं। इसी तरह हजारों की संख्या में देवदार, भोजपत्र, रई व कई बेशकीमती जड़ी बूटी (Precious Herbs) आग की भेंट चढ़ गई है।
इस घटना में पशुधन (Livestock) के भी नष्ट होने से आगामी दिनों में पशुओं के लिए भी चारा के लिए भी संकट का सामना करना पड़ सकता है। किन्नौर जिला के मीरु पंचायत क्षेत्र में फैले इस भीषण अग्निकांड पर काबू पाने के लिए ग्रामीणों की एक बड़ी भूमिका देखी जा रही है। पिछले चार दिनों से गांव के युवा सहित महिलाएं व बुजुर्ग घटनास्थलों पर जा कर फायर लाइन (Fire Line) काटने के साथ दूर दूर से पानी ला कर आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
इस दौरान कई ग्रामीणों को चोटें भी लगी हैं। आर्मी, फारेस्ट व अग्निशमन विभाग (Forest and Fire Department) के कर्मचारी भी आग पर काबू आने की कोशिश में लगे हुए हैं। प्रशासन की ओर से एसडीएम कल्पा अवनींद्र शर्मा व डीएसपी (DSP) मुख्यालय भी घटनास्थल पहुंचे जायजा किया।
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