नाहन,12 नवंबर: सोशल मीडिया के प्लेटफार्म (Media Platform) पर जोश में होश खोना कई मर्तबा महंगा भी पड़ जाता है। तैश में आकर आरोप लगाने के बाद वीडियो को वायरल (Viral) करने का ख़ामियाज़ा भी भुगतना पड़ सकता है। कई मर्तबा सोशल मीडिया में जैसा परोसा जाता है, वैसा हकीकत (in reality) में नहीं होता। ऐसे कई उदाहरण पहले भी सामने आ चुके हैं।
बहरहाल अब ताजे घटनाक्रम में सिरमौर के कार्यवाहक आरटीओ (Officiating RTO) पर 25000 की रिश्वत (bribe) का आरोप लगाने वाले ड्राइवर अमनदीप ने न केवल आरोपों को वापस लिया है, बल्कि माफी भी मांगी है। इस बारे 49 सेकेंड का एक वीडियो भी सामने आया है। घटना 27 अक्तूबर की है, जब वाहनों के निरीक्षण (inspection) के दौरान एक ट्रैवलर बस (Traveler Bus) का चालान कर दिया गया था। सड़क किनारे खड़ी बस का चालान होने पर चालक ने एक वीडियो को फेसबुक (Facebook) पर वायरल किया। इसमें गंभीर आरोप लगे थे।
मामले ने इस कारण तूल पकड़ लिया, क्योंकि यह वीडियो हिमाचल की सीमा से बाहर निकलकर अन्य राज्यों तक भी पहुंचा। इसमें ट्रांसपोर्ट महकमे को खासी किरकिरी का सामना करना पड़ा था, इसके बाद आरटीओ ने भी तमाम तथ्यों के साथ न केवल विभाग के समक्ष अपना पक्ष रखा, बल्कि पुलिस को भी एक शिकायत सौंपी थी। अब लगभग 15 दिन बाद आरोप लगाने वाले ड्राइवर का वीडियो सामने आया है, जिसमें वो साफ तौर पर माफ़ी मांग रहा है। हालांकि सोशल मीडिया के यूजर्स के एक तबके को इस इन आरोपों पर इस कारण भी संशय था, क्योंकि ₹25000 रिश्वत मांगी गई थी, जबकि हिमाचल में इतनी रिश्वत मांगने के मामले सामने बहुत ही दुर्लभ हैं।
आरटीओ ने तर्क दिया था कि बस की सीटिंग क्षमता 13 थी, जबकि इसमें 19 सीटें लगाई गई थी। एक मोटे अनुमान के मुताबिक बाहरी राज्य के चालक द्वारा बनाए गए इस वीडियो को लाखों व्यू हासिल हो गए थे, क्योंकि वाहन चालकों की दुखती रग चालान होता है।