सोलन, 8 नवंबर : अर्की में जनमंच के दौरान जो हुआ, उसकी प्रशासन ने कल्पना नहीं की होगी। एक रिटायर्ड फौजी ने प्रशासन की ऐसी पोल खोली कि सब हक्के बक्के रह गए। रिटायर्ड फौजी ने धरातल पर प्रशासन की सच्चाई से सबको अवगत करवाया। अर्की में जनमंच के दौरान राहु गांव के दिला राम ने कहा कि अपने घर के साथ एक डंगा लगाने के लिए वर्ष 2008 में विकास में जन सहयोग के तहत कुछ राशि विकास खंड कुनिहार में जमा करवाई थी, इतने वर्ष बीत जाने के पश्चात अभी तक कोई राशि प्रशासन ने जारी नही की है। हालत यह हो गई कि थक हार कर उसे अपनी राशि से ही डंगे का निर्माण करवाना पड़ा।
उन्होंने जनमंच में उपस्थित मंत्री सुरेश भारद्वाज के समक्ष कहां की प्रशासन से काम निकलवाना इतना आसान नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि मंत्री साहब ! मुझे फौज में भी इतना डर नही लगा जितना प्रशासन से काम करवाने में लग रहा है। यहाँ तक मैंने फौज में 1971 की लड़ाई भी लड़ी। लेकिन मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री तक पत्र लिखने के बाद भी इंसाफ नही मिला। इस पर उपायुक्त सोलन ने उनसे पूछा कि अब आप क्या चाहते तो बुजुर्ग ने कहा कि अब मैं मरना चाहता हूं। मैं आत्महत्या करूँगा तो उन सभी के नाम लिखकर जाऊंगा जिन अधिकारियों ने मुझे परेशान किया। अब मुझे कुछ नही चाहिए।
जवाब में मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि आखिर अब आप क्या चाहते हैं। जिस पर दिलाराम ने कह दिया कि अब मुझे कुछ नही चाहिए क्योंकि जब मुझे आवश्यकता थी तब प्रशासन ने उनकी कोई भी सहायता नहीं की। अब वह यह राशि लेकर क्या करेंगे क्योंकि उन्होंने अपनी राशि खर्च कर डंगे का निर्माण करवा दिया है। इसके बाद ये तय हुआ कि अतिरिक्त उपायुक्त मामले की जांच करेंगे।