नाहन, 6 नवंबर: सिरमौर में कानून व्यवस्था व क्राइम पर (Law & Order) अंकुश लगाने की बागडोर समाजशास्त्र के महारथी डाॅ. खुशहाल शर्मा को मिली है। 1999 में एचपीएस (HPS) अधिकारी बनकर अपना कैरियर शुरू करने वाले डाॅ. शर्मा को 2012 में आईपीएस में इंडक्शन (Induction) मिला। हालांकि ऊना व किन्नौर में बतौर एसपी पोस्टिंग (Posting) हुई थी, लेकिन चंद सप्ताह में ही ट्रांसफर भी हुई। लिहाजा, स्थाई तौर पर बतौर पुलिस अधीक्षक सेवाएं देने का मौका नहीं मिल पाया।
पुलिस मुख्यालय (Police Head Quarter) में लाॅ एंड आर्डर के एसपी (SP Law & Order) रहने के दौरान अपने स्वभाव के लिए खास पहचान रखने वाले डाॅ. शर्मा मूलतः मंडी के द्रंग के रहने वाले हैं। साधारण परिवार में जन्में डाॅ. शर्मा के माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं।
अहम बात यह है कि देहरादून के डीएवी काॅलेज (DAV College Dehradun) से ग्रैजुएशन (Graduation) करने के बाद एचपीएस अधिकारी तो बन गए, लेकिन पढ़ाई के प्रति अपना लगाव नहीं छोड़ा। लिहाजा, पीएचडी (P.hd)की उपाधि प्राप्त की। समाजशास्त्र (Sociology) में दिलचस्पी रखने वाले डाॅ. शर्मा ने शुक्रवार को पूरी ऊर्जा के साथ कार्यभार संभाला है। पुलिस मुख्यालय में मीडिया समन्वयक (Media coordinator) की जिम्मेदारी भी बखूबी संभाले हुए थे।
बेटा व बेटी के पिता डाॅ. शर्मा का कहना है कि हालांकि उन्हें सिरमौर में सेवाएं देने का मौका नहीं मिला है, लेकिन यहां की भौगोलिक परिस्थितियों (Geographical conditions) से बखूबी वाकिफ हैं। बता दें कि डाॅ. शर्मा ने समाजशास्त्र में पीएचडी के अलावा एमबीए भी की हुई है। बातचीत के दौरान डाॅ. शर्मा ने कहा कि पद संभालते ही हरेक की अपनी एक सोच होती है। वो भी एक रोडमैप (Road Map) सोच कर आए हैं, ताकि आम लोगों की कसौटी पर खरा उतरें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर एक विजन (Vision) होता है। हरेक अधिकारी अपने तरीके से सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करता है।