शिमला, 01 अक्टूबर : राजधानी के उपनगर टूटू से सटे मज्याठ वार्ड के बाशिंदों ने अपनी मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। कालका-शिमला हेरिटेज रेल ट्रैक पर सुबह 9 बजे से इस वार्ड के लोग बैठे हुए हैं। इनमें महिलाएं, बच्चे, युवा व बुजुर्ग शामिल हैं। स्थानीय पार्षद दिवाकर शर्मा की अगुवाई में रेलवे ट्रैक पर बैठे लोग उनके वार्ड में मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने साफ किया है कि रेलवे ट्रैक पर उनका अनिश्चितकालीन धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांग पूरी नहीं कर दी जाती। उनकी मांग वार्ड में एम्बुलेंस रोड व फ्लाईओवर बनाने की है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह पिछले लम्बे समय से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांग को उठा रहे हैं, लेकिन रेलवे की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। मज्याठ के पार्षद दिवाकर शर्मा ने कहा कि पिछले 3 दशकों से निरंतर यहां एम्बुलेंस रोड व फ्लाई ओवर बनाने की मांग की जा रही है। वह खुद दो साल पूर्व रेल मंत्री पीयूष गोयल से मिला और उन्होंने आश्वत किया था कि हमारी समस्या का निराकरण होगा, एमजीआर अब तक व्यवस्था नहीं बदली है। उन्होंने कहा कि कालका से शिमला तक हर जगह पर रेलवे ने सुविधा दी है। शोघी व केथलीघाट में फाटक बने हैं, लेकिन रेलवे उनके वार्ड में ऐसी व्यवस्था करना उचित नहीं समझ रहा है।
रेलवे ट्रैक होने की वजह से वार्ड में एम्बुलेंस रोड आज तक नहीं बन पाया है और मरीजों को स्ट्रैचर व चारपाई पर उठाकर हाइवे तक ले जाना पड़ता है। उनकी आवाज़ नहीं सुनी जा रही है। कहा कि नगर निगम शिमला का मज्याठ वार्ड राज्य मुख्यालय से 8 किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन इस वार्ड की अनदेखी की जा रही है। यहां मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक पत्राचार तक किया लेकिन बात नहीं सुनी गई। वार्ड में जब सड़क सुविधा नहीं होगी, तब एम्बुलेंस व पानी का टैंकर कहाँ जाएगा। कहा कि यह सांकेतिक नहीं अनिश्चिततकालीन धरना है और जब उनकी मांगें पूरी करने को लेकर आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक धरना जारी रखा जाएगा।