नाहन, 28 सितम्बर : सोमवार को पांवटा साहिब से सराहां रैफर किए गए 57 वर्षीय कोरोना संक्रमित व्यक्ति की रास्ते में ही मौत हो गई। हालांकि आधिकारिक तौर पर पता नहीं चला है लेकिन बताया जा रहा है कि मृतक पेशे से ड्राइवर था, जिसे बुखार की शिकायत थी। कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे हायर सेंटर रैफर किया गया, लेकिन सराहां पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। सवाल यह उठता है कि जब नाहन में कोविड-19 अस्पताल की सुविधा बन गई है तो भी जिला के अन्य क्षेत्रों से क्रिटिकल स्थिति में मरीजों को सराहां क्यों रेफर किया जा रहा है। अगर 57 वर्षीय शख्स को नाहन में ट्रीटमेंट मिल जाता तो उसका जीवन बचने की उम्मीद थी।
सूत्रों का यह भी कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ महेंद्रू ने 20 बिस्तरों का अस्पताल शुरू होने की बात कही थी, लेकिन हैरान कर देने वाली बात है कि एक भी मरीज दाखिल नहीं किया गया है। आईजीएमसी के अलावा एमएमयू में भी सिरमौर के मरीजों को दाखिल नहीं किया जा रहा। सरकार ने नाहन में भी मेकशिफ्ट अस्पताल बनाने का ऐलान किया है, लेकिन अब तक इस पर क्या कार्रवाई हुई है, इसका पता किसी को नहीं है। उधर सराहां के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप शर्मा ने 57 वर्षीय शख्स की रास्ते में ही मौत हो जाने की पुष्टि की है।
उधर, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से बार-बार संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन इसमें सफलता नहीं मिल पाई।