सुंदरनगर, 20 सितंबर : प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है अभी तक प्रदेश में कोरोना (Corona) से 113 लोगों की मौत हो चुकी है। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं कोविड अस्पताल (Covid hospital) नेरचौक में रविवार सुबह कम्युनिटी मेडिसीन डिपार्टमेंट (Community medicine department) के एचओडी (HOD) डॉ प्रदीप बंसल का कोरोना की चपेट में आने के बाद चंडीगढ़ में देहांत हो गया है। डॉ प्रदीप बंसल प्रदेश के पहले कोरोना वरियर्स डॉक्टर हैं जिनकी कोरोना महामारी के कारण मौत हो गई। 2 सप्ताह पहले नेरचौक में ही कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए थे। इसके बाद इन्हें आईजीएमसी शिमला (IGMC) रैफर किया गया था। वहां 5 दिन वेंटिलेटर पर रहे और वहां से भी 2 दिन पहले ही इन्हें चंडीगढ़ के निजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। लेकिन इस दौरान रविवार सुबह करीब 6 बजे उनकी मौत हो गई।
बता दें कि डॉ प्रदीप बंसल की बेटी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी के बगस्याड़ में बतौर मेडिकल अफसर तैनात है और बाड़ा पीएचसी (PHC) में ड्यूटी के दौरान 10 दिन पहले कोरोना संक्रमित पाई गई थी और इसके बाद पिता व बेटी दोनों को नेरचौक मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में होम आइसोलेशन में रखा गया था। एसएमएस मेडिकल कॉलेज नेरचौक के डॉ जीवानंद चौहान डॉ प्रदीप बंसल की मौत होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही होनहार डॉक्टर से और इनकी कमी स्वास्थ्य विभाग को हमेशा खलेगी। डॉक्टर प्रदीप मोहाली के रहने वाले थे और मेडिकल कॉलेज में एचओडी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। डॉक्टर की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित अन्य डॉक्टरों ने शोक प्रकट किया है।