शिमला, 17 सितंबर: प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार को भी विपक्षी दल कांग्रेस आक्रामक तेवरों में नजर आया। एससी-एसटी को नौकरियों में आरक्षण न मिलने के मुद्दे पर कांग्रेस ने आज सदन में ज़ोरदार हंगामा करने के बाद सदन से वाकआउट कर दिया। कांग्रेस के जगत सिंह नेगी ने सदन की कार्यवाही आरम्भ होते ही नियम-67 के तहत मामला उठाते हुए चर्चा की मांग की। लेकिन जब स्पीकर विपिन परमार ने इसकी इजाज़त नहीं दी, तो विपक्षी सदस्यों नेसदन में भारी शोरगुल और नारेबाज़ी की और फिर वाकआउट कर दिया।
विपक्ष के वाकआउट की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि मानसून सत्र विपक्ष तमाशा बन कर रह गया है। विपक्ष में न आपस में तालमेल है और न समन्वय है। सभी सदस्य नेता बनने लगे हैं और उनमें होड़ मची है। ऐसी परिस्थिति आज से पहले नहीं देखी।
उन्होंने वाकआउट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि आनन के प्रति टिप्पणी करना विपक्ष की आदत बन गई है। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि यह वाकआउट जनता की उम्मीदों पर कुठाराघात है। कोरोना संकट में हिमाचल ऐसा इकलौता राज्य है, जहां पर 10 दिन का विधानसभा का सत्र चल रहा है। उन्होंने कहा कि सदस्य ने जो चर्चा मांगी है वह किसी अन्य नियम में भी हो सकती थी, लेकिन नियम 67 में बहुत ही अहम मामले पर चर्चा होती है।