शिमला 8 सितम्बर : देवभूमि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में ख़ुदकुशी के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले अढ़ाई सालों के आत्महत्या के आंकड़े चौंकने वाले हैं। पुरूषों में आत्महत्या (Suicide) करने के अधिक मामले पाए गए हैं। आंकड़े बताते हैं कि हर रोज दो लोग ख़ुदकुशी कर रहे हैं। 1 जनवरी 2018 से 31 जुलाई तक की अढ़ाई साल की अवधि में कुल 1946 आत्महत्या के मामले दर्ज किए गए हैं। पुरूषों में सुसाइड करने की अधिक प्रवृति देखी गई है। गत अढ़ाई वर्ष में 1197 पुरूषों व 749 महिलाओं ने खुदकुशी की।
विधानसभा में मंगलवार को विधायक व नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के एक प्रश्न के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने यह जानकारी दी। जवाब में बताया गया है कि इस वर्ष यानी एक जनवरी 2020 से 31 जुलाई 2020 तक राज्य में कुल 481 आत्महत्याएं दर्ज हुई हैं। इनमें 306 पुरूष व 175 महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2019 में 424 लोगों ने मौत को गले लगाया था। उन्होंने कहा कि इस साल के 481 मामलों में मात्र 55 मामलों में आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत एफआईआर दर्ज हुई है।
उन्होंने कहा कि ज्यादातर आत्महत्याएं घरेलू समस्याएं, लंबे समय से बीमारी के कारण अपना मानसिक संतुलन खोने, मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह, आधुनिक जीवन शैली, नशे की बढ़ौतरी, प्रेमी प्रेमिका के संबंधों में तनाव, आर्थिक स्थति व सहनशीलता की कमी के कारण घटित हुई हैं।