कुल्लू , 30 अगस्त : मनाली की जया सागर(Jaya Sagar) रिसर्च के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल यूके (University of Bristol UK) जाएगी। दुनिया के 400 से अधिक आवेदनकर्ताओं में शामिल मनाली की जया सागर एशिया(Asia) की एकमात्र छात्रा है, जिसने दुनिया के शीर्ष 10 में जगह बनाई है। चार साल के इस प्रोग्राम( Program) के लिए खर्च जुतशि-स्मिथ स्कालर्शिप (Zutshi-Smith Scholarship) द्वारा उठाया जाएगा, जिसकी राशि अढ़ाई करोड़ से अधिक रहेगी। जया सागर एनआईटी हमीरपुर(NIT Hamirpur) से इसी साल इलेक्ट्रॉनिक्स कम्यूनिकेशन इंजीनियर (Electronics communication engineer) बनी है। अब क्वांटम कंप्यूटिंग में पीएचडी(PhD in Quantum Computing) करने यूके (UK) जा रही है। हाल ही में म्यूनिक, जर्मनी में हुई क्वांटम टेक्नॉलजी की वर्चूअल कॉन्फ़्रेंस (Virtual conference) में भी जया ने भारत को गौरवान्वित किया।
मनाली पब्लिक स्कूल(Manali Public School) से दसवीं में राष्ट्रीय स्तर पर चिल्ड्रन साइंस काग्रेस (Children Science Congress) में जया ने हिमाचल(Himachal) का प्रतिनिधित्व किया था। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मनाली की ओर से 2013 में बेंगलुरु(Bangluru) में हुए राष्ट्र स्तरीय आइरिस विज्ञान(Nation level IRIS science) मेले में स्वर्ण पदक(Gold Medal) हासिल किया। इसी स्कूल की ओर से वर्ष 2014 में अमेरिका में हुए इंटेल इंटरनेशनल साइस फेयर(Intel International Science Fair) में जया ने 80 देशों के बाल वैज्ञानिकों(Child Scientist) के बीच भारत को दो पुरस्कार दिलाए। जल विद्युत और सेब की खेती को बेहतर करने के क्षेत्र में जया के कार्य ने उन्हें हिमाचल की सबसे छोटी कॉपी राइट(Youngest Copy writer) प्राप्त करने वाली छात्रा बनाया।
जया ने बताया कि पीएचडी(Phd) के इस प्रोग्राम कि लिए पूरी दुनिया से सिर्फ़ 10 छात्रों का चयन हुआ है, जिसमें एशिया(Asia) से सिर्फ़ उनका ही चयन हुआ है। इस स्कालर्शिप में फ़ीस, आने-जाने का हवाई खर्च, रिसर्च ग्रांट और बाक़ी खर्च जुतशि-स्मिथ स्कॉलरशिप द्वारा उठाया जाएगा। जया ने बताया कि पिछले वर्ष जेकेयू-लिंज ,ऑस्ट्रीया की यूनिवर्सिटी से अपनी रीसर्च इंटर्न्शिप( Internship from JKU-Linz, University of Austria) की थी, जिसका सारा खर्च परमर्था फ़ाउंडेशन द्वारा उठाया गया था। इन्टरशिप के दौरान जया की रीसर्च के प्रति उनके रुझान और लगन को देखकर उनके प्रोफ़ेसर डॉ अलेक्सण्ड्र पालेर(Prof.Dr. Alexander Paler) ने जया को इस कोर्स के लिए प्रेरित किया। जया ने अपनी सफलता का श्रेय माता मनजीत कोर बड़े पापा गुप्त राम ठाकुर, रावमा पाठशाला के प्रधानचार्य रहे रूप सिंह ठाकुर, भौतिक शस्त्र के प्राध्यापक राज पाल गुलेरिया सहित अपने समस्त अध्यापकों को दिया।
उपलब्धि:-
1 सेक्ट्री नेशनल यूथ अवार्ड फेडरेशन ऑफ इंडिया
2 सेक्ट्री मंगलदायक एनजीओ जो लड़कियों को साइंस के प्रति प्रेरित करता है
3 सेक्ट्री रोट्रेक्ट क्लब मनाली।
4 क्रिएटिव हेड स्टूडेंट चैप्टर ऑफ इंडिया सोसायटी फ़ॉर टेक्निक एजुकेशन
5 स्टूडेंट कॉर्डिनेटर एमएचआरडी इंस्टीट्यूट इनोवेशन कॉन्सिल