ऊना,11 अगस्त: कोविड केयर सेंटर(Covid Care Center) खड्ड में उपचार के लिए रखे गए सैनिकों ने व्यवस्थाओं, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस कर्मचारियों के उनके प्रति रवैये पर सवाल उठाए हैं। वहीं सेंटर में गंदगी के आलम को लेकर भी संस्थान के प्रभारियों को जमकर कोसा। सैनिकों(Indian Army) द्वारा बनाया गया एक वीडियो खूब वायरल भी हो रहा है। जिसमें उन्होंने कोविड केयर सेंटर की पूरी व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। उन्होंने कहा कि करीब 9 माह के बाद अपनी परिवारों से मिलने के लिए सेना(Army) से एक माह की छुट्टी लेकर आए थे। लेकिन इनमें से कइयों की पूरी छुट्टी पहले क्वॉरेंटाइन केंद्रों और फिर कोविड केयर सेंटर्स में ही बीत गई है। कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनके कई फॉलोअप के तौर पर भेजे गए थे इसकी जानकारी भी नहीं दी जा रही है।
सैनिको का कहना है कि कोई भी डॉक्टर जांच के लिए नहीं आता है। उन्होंने यहां तक कहा कि कोरोना वायरस के उपचार के लिए उन्हें कोई दवाई नहीं दी जा रही है। उन्हें मात्र बी कॉम्प्लेक्स के कैप्सूल दे कर काम चलाया जा रहा है। मात्र उनका टेंपरेचर जानने के अलावा कोई भी चिकित्सक या स्वास्थ्य कर्मी उनके पास नहीं आता है। इतना ही नहीं कोविड केयर सेंटर के नोडल अधिकारी और यहां तैनात पुलिस कर्मी भी उनके साथ सही व्यवहार नहीं करते हैं।
डीसी ऊना संदीप कुमार(DC Sandeep Kumar) ने कहा कि कोविड केयर केंद्र में उपचाराधीन सैनिकों को संयम रखना चाहिए। वह धैर्य न खोएं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का संक्रमण उनके परिजनों में न फैले इसी के चलते उन्हें सेंटर में रखा गया है। सेंटर में तैनात सफाई कर्मचारी जितना हो सके अपना योगदान दे रहे हैं। वे पीपीई किटें पहनकर सफाई करते हैं। जबकि उपचाराधीन लोगों को भी सहयोग करना चाहिए, ताकि व्यवस्थाओं को बनाए रखा जा सके। वहीं संक्रमित व्यक्ति भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए संक्रमण से मुक्त हों, ताकि उन्हें जल्द घर भेजा जा सके।