मंडी (विरेंद्र भारद्वाज): मधुमेह का रोग आज विश्व भर में कुछ इस कद्र फैलता जा रहा है कि इसकी मरीजों की संख्या में दिनों दिन इजाफा ही हो रहा है। आधुनिक जीवनशैली की तरफ बढ़ता समाज इस बीमारी की चपेट में आता जा रहा है। हालांकि जब विश्व मधुमेह दिवस मनाया गया तो मंडी जिला में इसके चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। मधुमेह दिवस पर 500 से भी अधिक लोगों के मधुमेह की जांच की गई, जिसमें करीब 50 लोगों में इस बीमारी के लक्षण पाए गए। इसके बाद अब मंडी जिला का स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने जिला भर के सभी अस्पतालों में मधुमेह की जांच को अनिवार्य कर दिया है और जोनल अस्पताल मंडी में इसके लिये अलग से ओपीडी भी बनाई गई है। 30 वर्ष से अधिक आयु का कोई व्यक्ति अगर अपना ईलाज करवाने जोनल अस्पताल आता है और डाक्टरों को उसमें मधुमेह होने की संभावना नजर आती है तो फिर उस व्यक्ति को डाक्टर की सलाह पर अपना शूगर टैस्ट करवाना ही होगा। जोनल अस्पताल में यह टेस्ट निशुल्क होगा।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ दुर्गेश के अनुसार दिनोंदिन बढ़ रही मधुमेह के रोगियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। डॉ. दुर्गेश का कहना है कि खान-पान में बरती जाने वाली लापरवाही और कम शारीरिक कसरत के कारण यह बीमारी फैलती है, लेकिन कम उम्र के लोगों में भी इसके लक्षण पाया जाना चिंता की बात है।