सोलन(एमबीएम न्यूज): सिर्फ पंख होने से आसमान में उड़ान नहीं भरी जाती,बल्कि इसके लिए बुलंद हौंसलों का होना अनिवार्य है। यह कहना है कि जिला हमीरपुर के छोटे से गांव अमनेड की उर्मि में पैदा हुए 25 वर्षीय पुष्पेंद्र प्रतीक का। पुष्पेंद्र का सपना भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाकर देश की सेवा करना है। पुष्पेंद्र प्रतीक अभी आईएएस अधिकारी बनने से सिर्फ एक कदम पीछे हैं। यानि की इस होनहार ने आईएएस का प्रीलिमिनरी टैस्ट क्वालीफाई कर लिया है।
जिला हमीरपुर के गांव अमनेड निवासी पुुष्पेंद्र प्रीतक का सपना सिर्फ भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाकर देश सेवा करना है। इस मुकाम को हासिल करने के लिए पुष्पेंद्र पिछले काफी समय से दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहा है। पुष्पेंद्र प्रतीक की प्रखर प्रतिभा का इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस होनहार ने बिना कोचिंग के ही भारतीय प्रशासनिक सेवा की प्रीलिमिनरी परीक्षा को उत्तीर्ण कर प्रथम सीढ़ी को पार कर लिया है।
एक विशेष भेंटवार्ता में पुष्पेंंद्र प्रतीक ने बताया कि उनका 10 मार्च,1990 को हमीरपुर जिला के गांव अमनेड में पिता रोशन लाल व माता सुमना कुमारी के घर पर हुआ। पुष्पेंद्र प्रतीक ने प्रारंभिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक पाठशाला अमनेड व उच्च शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ताल से प्राप्त की है। पुष्पेंद्र के पिता रोशन लाल भारतीय सेना से ऑॅनरेरी कैप्टन के पद से रिटायर्ड हुए हैं तथा माता सुमना कुमारी एक कुशल गृहणी है।
पुष्पेंद्र का बचपन से भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने का कोई विचार नहीं था,लेकिन एक छोटी सी आंखों देखी घटना ने उन्हें इस दिशा की तरफ प्रेरित कर दिया। हुआ यूं कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व वह किसी कार्य को लेकर सोलन के कोटलानाला में सडक़ से गुजर रहे थे। इसी दौरान वहां तैनात पुलिस के कांस्टेबल ने अपने सहयोगियों को दूरभाष पर सूचना दी कि डीसी की गाड़ी आ रही है तथा उपायुक्त कार्यालय तक सडक़ को पूरी तरह से खाली कर दें।
इस बात को सुनते ही पुष्पेंद्र प्रतीक के दिमाग में एक बात घर कर गई कि बस आईएसएस अधिकारी बनकर देश सेवा ही करनी है। पुष्पेंद्र ने पंजाब के जालंधर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है तथा वर्तमान में यह होनहार युवा शूलिनी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में एमटैक कर रहा है। इनका छोटा भाई सुमित प्रीतक स्वरोजगार करते हैं।
साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले पुष्पेंद्र की माता ज्वालाजी व शूलिनी के प्रति गहरी आस्था रखते है। आगामी 18 दिसंबर, 2015 को पुष्पेंद्र प्रतीक का शिमला में भारतीय प्रशासनिक सेवा की मु य परीक्षा होनी है तथा इसके लिए वह दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं। पुष्पेंद्र एमटैक के साथ-साथ आईएएस की मुख्य परीक्षा के लिए प्रतिदिन आठ घंटे का समय दे रहे हैं।