सोलन: नालागढ़ की टैक्सटाइल कंपनी(Sara Textile company ) के 29 कर्मचारियों के संक्रमित मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। इस मामले में ताजा अपडेट यह है कि पुलिस ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ आईपीसी(IPC) की धारा 34, 188, 269 व 270 के अलावा प्राकृतिक आपदा अधिनियम 51 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस की प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक कंपनी का एक अधिकारी गणेश शंकर त्रिपाठी 8 जुलाई को संक्रमित पाया गया था। पृष्ठभूमि खंगालने पर पता चला कि वह 27 जून को बिहार से चला था। 28 जून को लुधियाना(Ludhiana) शाम के वक्त पहुंचा, वहां से टैक्सी लेकर दभोटा आया, लेकिन पास ना होने पर उसे प्रवेश नहीं दिया गया था। बावजूद इसके वह चोर रास्ते से रात तीन बजे दभोटा पहुंचा। इसके बाद 2 दिन तक कंपनी के ही गैस्ट हाउस(Guest House) में रहा। 1 जुलाई को कंपनी परिसर में पहुंचा था। पुलिस को यह भी पता चला है कि 6 जुलाई को उसके सैंपल लिए गए थे।
आशंका जाहिर की जा रही है कि यही अधिकारी कोरोना संक्रमित था, जिसने लापरवाही बरती। पुलिस ने शुरुआती जांच में यह भी पता लगाया है कि कंपनी के प्रबंधन द्वारा प्रशासन द्वारा जारी आदेशों की अवहेलना की जा रही है। उधर बद्दी के एसपी रोहित मालपानी(SP Rohit Malpani) ने पुष्टि करते हुए कहा कि कार्रवाई जारी है। ग़ौरतलब है कि एक तरफ राज्य सरकार ने जहां पर्यटकों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं, वहीं दूसरी तरफ उद्योगों के लिए भी मजदूरों के ट्रांसपोर्टेशन करने के लिए कोई खास सख्ती नहीं बरती जा रही। लिहाजा यही वजह रही कि आज प्रदेश पर कोरोना की गहरी चोट पर हुई। सरकार(Himachal government) को भी सबक मिलना चाहिए कि अनलॉक में खुली छूट महँगी साबित हो सकती है। सनद रहे कि आज रात सोलन(Solan) जिला में कुल 33 नए मामले सामने आये है।