मंडी: पिछले कई दिनों से प्रदेश कांग्रेस के बीच चल रही उठापटक, लंच डिप्लोमेसी, पत्र बम और इस्तीफों के बीच अब प्रदेश के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेशाअध्यक्ष कौल सिंह ठाकुर ने अपने समर्थकों से इस्तीफे वापस लेने का आहवान किया है। मंडी से जारी बयान में कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा। उनकी जो भी समस्या व मांगें हैं उसे कांग्रेस हाइकमान तक वह पहुंचाएंगे। कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि यह समय आपस में लड़ने का नहीं बल्कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ने का है। उन्होंने कहा कि पिछले कल से उन्हें प्रदेश भर से पार्टी कार्यकर्ताओं के फोन आ रहे हैं और वह इस्तीफे देने की बात कह रहे हैं। उन्होंने मीडिया के माध्यम से आहवान किया है कि कोई भी इस तरह का कदम न उठाए और जिन्होंने इस्तीफे दिए हैं वह अपने इस्तीफे वापिस लें।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि आश्रय शर्मा ने 28 जून को मंडी में एक नीजि आयोजन के नाम पर कांग्रेस के कई नेताओं व पदाधिकारियों को भोजन का निमंत्रण देकर बुलाया था। उस आयोजन में कांग्रेस नेताओं पर हद दर्जे की छींटाकशी की गई, उनके खिलाफ भाषण में तीखी टिप्पणियां की गई। कई कांग्रेसी पदाधिकारियों के खिलाफ के प्रस्ताव पास करने की बात भी जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता के दौरान की। उस प्रस्ताव को लेकर प्रदेश भर में कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी नेताओं में आक्रोश पैदा हुआ है। कौल सिंह कहा कि जो प्रस्ताव पारित हुआ वह कांग्रेस के नियमों के विपरित था और उसे कोई नहीं मानेगा।
बता दें कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अध्यक्ष पद को लेकर शीत युद्ध चला हुआ है। कांग्रेस पूरी तरह से धड़ेबाजी में नजर आ रही है और अपने-अपने धड़े के नेता को सर्वे सर्वा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है।