चंबा : विकास खंड सलूणी के तहत आती ग्राम पंचायत सिमणी के गांव जन्द्रेडा के युवाओं ने चंबा में पहला क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण के प्रयास शुरू कर दिए है। लॉकडाउन के दिनों में युवाओं ने अपने फ्री टाइम में मिल-जुलकर वो कारनामा कर दिखाया है, जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी। साथ ही सरकार ने भी चंबा में क्रिकेट स्टेडियम की संभावनाओं को लेकर सोचा तक नहीं था। बहरहाल, युवाओं की इस फौज ने बड़े क्रिकेट स्टेडियम की नींव रखकर चंबा को अंतरराष्ट्रीय पटल में पहचान दिलवाने के लिए कदम उठाया है।
युवाओं के इस प्रयास की जिम्मेवारी अब प्रदेश सरकार व एचपीसीए की है कि वे अब युवाओं की इस सोच को आगे ले जाते है या नहीं। चंडीगढ़ में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में बतौर वकील प्रैक्टिस कर रहे अजय ठाकुर के जज्बे और जुनून से ही ये क्रिकेट स्टेडियम अपने सही आकार में आया है। वरना यहां के युवाओं के लिए क्रिकेट खेलना एक ख्वाब ही रह गया था। अजय ठाकुर ने अपने साथ गांव के युवाओ को जोड़ा और यूथ क्लब बनाकर क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण का बीड़ा उठाया।
अजय ठाकुर ने बताया कि इसके लिए यूथ क्लब को जिला परिषद की तरफ से करीब 3 लाख रुपए की आर्थिक मदद मिली थी। इसके बाद ही यूथ क्लब ने खुद पैसे जुटाकर क्रिकेट स्टेडियम को बनाने का काम शुरू किया और आज वो एक बेहतरीन मॉडल बनकर उभरा है। जन्द्रेडा क्रिकेट स्टेडियम की आकार के लिहाज से बात करें तो यह हिमाचल में तीसरे और चंबा जिला में इस तरह का पहला स्टेडियम होगा। क्रिकेट स्टेडियम का लगभग आधा किलोमीटर का दायरा है, जिसका 60 मीटर का सर्कल है।
अजय ठाकुर का कहना है कि अभी मौजूदा वक्त में क्रिकेट स्टेडियम की पिच और सर्कल को बेहतर करने का काम लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि सरकार व प्रशासन सहित एचपीसीए इस स्टेडियम के कायाकल्प के लिए प्रयास करें तो इससे पर्यटन की संभावनाएं भी बढ़ेंगी और जिला में रोजगार के साधन भी बढ़ेंगे। गौरतलब है कि धर्मशाला में एचपीसीए द्वारा बनाया गया स्टेडियम आज विश्व भर में अपनी पहचान बना चुका है। देश विदेश से यहां लोग पहाड़ पर क्रिकेट का रोमांच देखने आते है। आकांक्षी जिलों की सूची में शुमार चंबा में अगर स्टेडियम का पूरी लग्न के साथ सरकार निर्माण करती है तो इससे आकांक्षी से चंबा विकसित जिलों में शुमार होगा। यूथ क्लब अध्यक्ष ने जिला परिषद सदस्य बिमला देवी व वार्ड मेंबर हंस राज का सहयोग के लिए आभार जताया है।