नाहन (एमबीएम न्यूज): पंचायतीराज व स्थानीय निकायों के चुनाव की तैयारियों में देरी, अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले के आयोजकों के लिए गुड न्यूज है क्योंकि अब इस मेले के उदघाटन पर 21 नवंबर को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पहुंच सकते हैं। परंपरा है कि मुख्यमंत्री इस मेले का उदघाटन करते हैं, जबकि राज्यपाल द्वारा समापन किया जाता है। लेकिन इस बार चुनावों का पेंच अड़ा हुआ था क्योंकि चुनाव आचार संहिता लागू होने की स्थिति में मुख्यमंत्री को उदघाटन में घोषणाओं से परहेज करना पड़ सकता था। यहां तक की मुख्यमंत्री का कार्यक्रम टलने का भी संशय था।
पहले इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि नवंबर के दूसरे-तीसरे सप्ताह में चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू हो जाएगी, मगर पंचायतीराज व स्थानीय निकायों के चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी नहीं हुई हैं, लिहाजा यह माना जा रहा है कि अब आचार संहिता लागू होने में कुछ ओर सप्ताह लग सकते हैं। यह मेला स्थानीय विधायक व मुख्य संसदीय सचिव विनय कुमार के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बनता है। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद रेणुका विकास बोर्ड के इतिहास में यह पहली बार हुआ, जब अध्यक्ष पद की कमान राजनीतिज्ञ को सौंपी गई हो।
इससे पहले बोर्ड के अध्यक्ष पद पर डीसी को ही काबिज किया जाता था। मेले के दौरान रेणुका व शिलाई विधानसभा क्षेत्रों से हजारों लोग पहुंचते हैं। इसके अलावा नाहन व पच्छाद हलकों से भी लोग भारी संख्या में पहुंचते हैं। इस बार का मेला इस कारण बेहद महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि इसके फौरन बाद पंचायतीराज व स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं।