नाहन: 4-5 जून को सराहां उपमंडल के बागपशोग का रहने वाला 24 वर्षीय युवक मोहित बेहद ही परेशानी में था, क्योंकि उसकी कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आई थी। धीरे-धीरे वो इस बात का अहसास करने लगा कि कोरोना को साहस से बेहद ही आसान तरीके से मात दी जा सकती है। वीरवार को सराहां कोविड केयर हेल्थ सब सैंटर से डिस्चार्ज हो गया। बिलकुल स्वस्थ होने के बाद अब खेतों में काम में जुटा है।
डिस्चार्ज होने के करीब 48 घंटे के भीतर मोहित ने एक बड़ा फैसला लिया है। हालांकि देश में कोरोना के उपचार के लिए प्लाज्मा थैरेपी को लेकर कोई सटीक फैसला अब तक सामने नहीं आया है, लेकिन इतना जरूर है कि कुछ नामी संस्थान पर इस शोध करने में लगे हुए हैं। लिहाजा, मोहित ये चाहता है कि अगर जरूरत पड़ी तो वो प्लाज्मा डोनेट करेगा, ताकि वो इस संकट में देशहित में अपना योगदान दे सके। दीगर है कि अब तक राज्य में 402 लोगों ने कोरोना की जंग को जीता है, मगर मोहित राज्य का दूसरा युवक हो सकता है, जो प्लाज्मा डोनेशन करने के लिए आगे आया है।
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इससे पहले शुरूआती चरण में कांगड़ा के एक युवक ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में प्लाज्मा डोनेशन के लिए अपनी सहमति दी थी। बहरहाल, बातचीत के दौरान मोहित ने कहा कि वो ठीक होने के बाद खेतों में कार्य करने में जुट गए हैं। मोहित ने कहा कि उन्हें कतई इल्म नहीं था कि वो कोरोना संक्रमित हो सकते हैं।
बातचीत के दौरान युवक ने उपचार के लिए विशेष तौर पर सीएमओ, बीएमओ सराहां के अलावा प्रशासन का आभार जताया। युवक ने कहा कि अस्पताल में ट्रीटमेंट के दौरान बेहतरीन व्यवस्था हासिल हुई। प्लाज्मा डोनेशन को लेकर एक सवाल के जवाब में मोहित ने कहा कि माता-पिता की सहमति के बाद ही फैसला लिया है।