मंडी : हिमाचल प्रदेश के सरकारी विभागों के पास पड़े अनस्पेंट अमाउंट का आंकड़ा 15 हजार करोड़ तक पहुंच सकता है। अभी 12 हजार करोड़ की जानकारी सरकार को प्राप्त हो चुकी है, लेकिन यह आंकड़ा अभी और बढ़ने की संभावना है। यह जानकारी जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। इससे पहले उन्होंने जिला के सभी उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की और जिला में पड़े अनस्पेंट अमाउंट के बारे में जानकारी हासिल की। महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में पीडब्ल्यूडी और ग्रामीण विकास विभाग के पास सबसे ज्यादा अनस्पेंट अमाउंट पड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए अधिकारी जिम्मेदार हैं और कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो विकास के लिए आए पैसों को जमा रखकर ब्याज कमाने की सोच रखते हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में ऐसा नहीं चलेगा जो भी अनस्पेंट अमाउंट पड़ा है, उसे जल्द से जल्द खर्च करने का कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंडी जिला के अनस्पेंट अमाउंट की जानकारी अभी जुटाई जा रही है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार मंडी जिला में 13वें और 14वें वित्तायोग का करीब 100 करोड़ अनस्पेंट पड़ा हुआ है। बाकी विभागों की जानकारी भी एकत्रित की जा रही है।
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि प्रदेश स्तर पर आंकड़े जुटाने के बाद अब जिला स्तर पर कार्य शुरू हुआ है और आने वाले समय में उपमंडल स्तर पर इस कार्य को किया जाएगा। महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि उपमंडल स्तर पर कमेटियां बनाकर औचक निरीक्षण भी किए जाएंगे और अधिकारियों से जबाव तलबी की जाएगी। उन्हें मौके पर ले जाकर यह दिखाना होगा कि विकास का कार्य कहां चला है और कितना हुआ है। कमरे में बैठकर काम नहीं होने वाला।
इस मौके पर उनके साथ सांसद राम स्वरूप शर्मा, विधायक इंद्र सिंह, विनोद चौहान, हीरा लाल, जवाहर ठाकुर, इंद्र सिंह गांधी, राकेश जम्वाल, प्रकाश राणा और जिला के प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।