नाहन : शनिवार रात एक बेहद ही सुखद खबर आई है। त्रिलोकपुर कोरोना केयर सेंटर में दाखिल बर्मा पापड़ी की रहने वाली महिला की फॉलोअप रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 30 मई को नाहन मेडिकल कॉलेज में एक सिजेरियन डिलीवरी में महिला ने बेटी को जन्म दिया था। कुदरत का करिश्मा ही हुआ होगा कि संक्रमित मां की कोख से जन्मी बेटी की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। 4 जून को 6 महिलाओं सहित सात की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, चूंकि रिपोर्ट से पहले महिला की सिजेरियन डिलीवरी हुई थी, लिहाजा मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचना लाजमी ही था। इसके बाद से समूचे गायनी वार्ड पर 5 जून के बाद से ताले लटके हुए हैं।
बता दें कि गायनी वार्ड के तीन गाइनेकोलॉजिस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। लेकिन उन्हें प्रोटोकॉल के तहत 14 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा करना था। महिला डिलीवरी के बाद सीधे ही हरियाणा में अपने मायके चली गई थी। यह भी कारण था कि मामला इंटर स्टेट हो गया था। त्रिलोकपुर से कोरोना के 7 संक्रमितों के सैंपल पुनः जांच के लिए भेजे गए थे। इसमें से तीन की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। बता दें कि महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद उसकी गोद से नवजात बेटी को अलग नहीं किया गया था। विशेष व्यवस्थाओं के साथ विभाग ने बच्ची को भी मां के साथ ही रखने का फैसला लिया था।
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प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को नवजात शिशु की विशेष देखरेख के लिए निर्देश दिए थे। इस मामले में एक अहम बात यह भी थी कि महिला के परिवार के करीब 22 सैंपल की रिपोर्ट शुरुआती चरण में ही नेगेटिव आई थी। उधर, जिलाधीश डॉ. आरके परुथी ने पुष्टि करते हुए कहा कि महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। लिहाजा उसे प्रोटोकॉल के तहत डिस्चार्ज किया जा सकता है। उनका कहना था कि 7 में से 3 की फॉलोअप रिपोर्ट नेगेटिव आई है।