नाहन (एमबीएम न्यूज): देश की दूसरी सबसे पुरानी नगर परिषद में वार्डो के आरक्षण की स्थिति स्पष्ट होने के चंद घंटों में ही राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है। नप के मौजूदा उपाध्यक्ष योगेश गुप्ता का वार्ड अनारक्षित हुआ है। इस वक्त उनके गृह वार्ड से कांग्रेस के ही संजय गोयल पार्षद हैं। पिछले चुनाव में गुप्ता ने उपाध्यक्ष पद का सीधा चुनाव लड़ा था। हालांकि योगेश गुप्ता की प्राथमिकता में वार्ड नं0 12 भी हो सकता है। वार्ड नं0 6 से गुप्ता के चुनाव लडऩे की सूरत में संजय गोयल को त्याग करना पड़ सकता है।
जहां तक भाजपा का सवाल है तो विधायक डॉ0 राजीव बिंदल के करीबी विशाल तोमर भी अपना वार्ड नं0 3 छोडक़र इसी वार्ड से चुनाव लडऩे का अंकगणित बनानेे में लग गए हैं। सनद रहे कि कांग्रेस के पार्षद कंवर अंबरीश सिंह का वार्ड नं0 3 इस बार महिला के लिए आरक्षित हुआ है। जहां तक नप की अध्यक्षा भारती अग्रवाल के चुनाव लडऩे का सवाल है तो कांग्रेस भारती को उनके अपने वार्ड नं0 2 से ही चुनाव मैदान में उतारना चाहेंगी।
इस वार्ड से भाजपा की अनिता शर्मा पहले लगातार दो बार चुनाव जीत चुकी हैं। यह वार्ड इस बार भी महिला के लिए आरक्षित हुआ है। इसी वार्ड में जरजा का नया क्षेत्र भी शामिल हुआ है। पिछला चुनाव भारती अग्रवाल ने राष्ट्रवादी कांगे्रस के चुनाव चिन्ह पर अध्यक्ष पद के लिए सीधे ही लड़ा था।
कांग्रेस को करनी पड़ेगी महिलाओं की तलाश
नगर परिषद के चुनावी रोस्टर ने यह तय कर दिया है कि 13 में से 7 पार्षद महिलाएं ही बनेंगी। इसमें अनुसूचित जाति की दो महिलाएं होंगी, जबकि अनारक्षित महिलाओं की संख्या 5 होंगी। भाजपा के मुकाबले कांग्रेस को महिलाओं की दिक्कत हो सकती है। भाजपा के पास मधु अत्री व अनिता शर्मा ऐसे चेहरे हैं, जिनके वार्ड महिलाओं के लिए ही आरक्षित हुए हैं। जबकि वार्ड नंबर 11 मौजूदा पार्षद रेशमा रानी का है, जो इस बार भी अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हुआ है।
हालांकि वार्ड नंबर 9 अनारक्षित हुआ है, लेकिन भाजपा की मौजूदा पार्षद शबाना चौहान इस वार्ड से भी किस्मत आजमा सकती हैं। वार्ड नंबर 8 से भाजपा की पार्षद नीति अग्रवाल का वार्ड अनारक्षित हो गया है। इसमें कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए कि वह अनारक्षित वार्ड से ही चुनाव लड़ लें। कुल मिलाकर निष्कर्ष यह है कि सिवाए भारती अग्रवाल के कांग्रेस के पास कोई भी ऐसा चेहरा अब तक नहीं है, जो नगर परिषद के सदन में पहुंच सके। लिहाजा कांग्रेस को समय रहते ही महिलाओं की तलाश करनी पड़ेगी।