सुंदरनगर : देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमितों के मामले सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। सरकार और प्रशासन दिन रात इस संकट को दूर करने में जुटा है। इसी बीच हिमाचल प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 380 को पार हो चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश में जगह-जगह कोविड-19 के सेंटर बनाए गए है, जहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इन्ही कोविड-19 सेंटर्स में से एक है मंडी जिला का लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज। जहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार किया जा रहा है।
यह अस्पताल कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए मसीहा बनकर उभरा है। यहां पर अभी तक 20 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई है जिनमें से 14 मरीजों को स्वस्थ कर घर भेज दिया गया है। मौजूदा समय में 5 पॉजिटिव मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। कॉलेज के एमएस डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि कोरोना महामारी के बीच मेडिकल कॉलेज नेरचौक को कोविड-19 अस्पताल के रूप में बनाया गया है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का डॉक्टरों की टीम द्वारा अच्छे से इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में अभी तक कोविड-19 के 20 मरीज भर्ती हुए हैं जिनमें से 14 नेगेटिव होने के उपरांत उनके घरों को भेज दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि एक मंडी जिला के रत्ती वार्ड की महिला जो किडनी रोग से पीडि़त थी वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी जिनकी दुर्भाग्यपूर्ण यहां पर मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में अस्पताल में कोरोना के 5 पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि कॉलेज का पूरा स्टाफ पूरी लग्न से यहां पर कार्य कर रहा है और स्टाफ के किसी भी सदस्य में कोई भय नहीं है।
उन्होंने कहा कि शुरुआत में डॉक्टर को थोड़ा डर था लेकिन अब किसी भी प्रकार का डर डॉक्टरों की टीम में नहीं है। उन्होंने कहा कि जो डॉक्टरों की टीम पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रही है भारत सरकार के दिशा निर्देशों अनुसार और स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा निर्देशों अनुसार इन्हें हर प्रकार की सुविधा यहां पर उपलब्ध करवाई जा रही है।