शिमला : 31 मार्च 2020 को 3 वर्ष का अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके एचजीटीयू व टीजीटी अध्यापक रेगुलर होने की बाट जोह रहे हैं। एचजीटीयू व टीजीटी अध्यापक संघ उपनिदेशक ने कहा कि लगभग 1000 टीजीटी अध्यापक कमीशन व बैच वाइज द्वारा 2016-2017 में रखे गए थे, वह 2 महीने बीत जाने के बाद भी रेगुलर नहीं हुए हैं।
आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नरेश महाजन की अध्यक्षता में सभी अध्यापक इस निर्णय पर पहुंचे कि प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने अपने ही विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की अनदेखी की है। दस्तावेज़ मंगवाने का जो कार्य जिला उपनिदेशक को 31 मार्च 2020 को पूरा करना चाहिए था, वह कार्य समय से पूरा नहीं हुआ। जिस कारण टीजीटी अध्यापकों को रेगुलर होने के कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं। यहां तक कि सरकार की तरफ से भी 27 अप्रैल को टीजीटी को रेगुलर करने के आदेश दे दिए गए थे।
एचजीटीयू व टीजीटी अध्यापक संघ (प्रारंभिक शिक्षा विभाग) ने सीएम जयराम ठाकुर से अपील की है कि जल्द से जल्द सभी टीजीटी अध्यापकों को रेगुलर करने के आदेश करें। यह जानकारी टीजीटी अध्यापक संघ के सदस्य पंचराम शर्मा (सिरमौर), उमेश (मंडी), टेकचंद (सोलन), मीनाक्षी सोनी (हमीरपुर), राजेश नेगी (कुल्लू), भीमराव जीवन (शिमला), बिजेंदर ठाकुर (कांगड़ा), नितिन भारद्वाज (चंबा) सुनीता भारद्वाज (बिलासपुर) ने एमबीएम न्यूज से सांझा की।