हमीरपुर : कोरोना काल में भी में भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत 95 साल के गोरेया राम के जज्बे को सलाम। इस आयु में भी खुद करते है सारे काम। उपमंडल नादौन की ग्राम पंचायत हथोल के गांव वनोह के गोरेया राम 95 वर्ष की उर्म में भी युवाओं से कम नहीं है। वे अपने सारे काम इस उर्म में भी खुद करते है। गोरेया राम आज भी खेती बाडी करते है। पशुओं के लिए चारा भी स्वंय लाते है व पशुओं का ख्याल भी स्वंय रखते है। गोरेया राम के परिवार की चौथी पीढ़ी चल रही है उनका एक बेटा है जिनके तीन बेटे है। उनमें से एक की शादी हो चुकी है। गोरेया राम की पत्नी का देहांत चार बर्ष पूर्व हो चुका है। इसके बावजूद भी वह अपने संयुक्त परिवार को संजो कर रखने में अहम भूमिका निभा रहे है तथा युवाओं के लिए प्ररेणा स्त्रोत है।
उन्होंने बताया कि पूरी जिंदगी खेती बाडी करके ही अपने परिवार का भरण-पोषण किया है। जीवन में उच्च नैतिक मूल्यों को उतारने की कोशिश की है सादा तथा घर का बना भोजन ही खाया है। उन्होंने नशे आदि से अपने आपको हमेशा दूर रखा है। इसी का परिणाम है कि आज भी 95 साल की उर्म में भी रोगमुक्त व स्वस्थ हैं। बिना किसी परेशानी के अपने सारे कार्य स्वंय कर पा रहे है और वह इस उम्र में भी किसी पर निर्भर न रहते हुए परिवार के साथ-साथ पशुओं का भी ख्याल रख पा रहें है। यह सब जीवन में अनुशासन का ही परिणाम है।
उनके अनुसार आज की युवा पीढ़ी को चाहिए की वे जीवन में अनुशासन को अपनाएं, घर का बना हुआ खाना खाऐं बाहर के भोजन से बचें जिससे वह जीवन में स्वस्थ बने रह सकते है। गोरेया राम ने साथ ही कहा कि युवा पीढ़ी को नशे आदि से अपने आप को दूर रखना चाहिए क्योंकि नशा एक धीमा जहर है जो व्यक्ति को धीरे-धीरे खोखला कर देता है जिसके कारण शरीर छोटे से छोटा रोग का मुकाबला भी नहीं कर पाता है। इसलिए नशों से दूर रहें तभी आप कोरोना जैसी महामारी अथवा अन्य किसी भी महामारी से बच सकते है।