शिमला: हिमाचल प्रदेश में पहली जून से प्राइवेट बसों के दौड़ने का रास्ता साफ हो गया है। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से मिले आश्वासन के बाद प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन बसें चलाने को राजी हो गई है। इस सिलसिले में आज शिमला में प्राइवेट बस ऑपरेटर यूनियन की पहिवहन मंत्री के साथ बैठक हुई। इसमें यूनियन ने अपनी मांगों को मंत्री के समक्ष रखा। गोविंद सिंह ने यूनियन के पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि परिवहन विभाग हर हफ्ते चलने वाली प्राइवेट बसों में हुए घाटे का आंकलन करेगी। जिन बसों का खर्चा पूरा नहीं होगा उन बस ऑपरेटर्स को सरकार मदद करेगी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि 31 जुलाई तक प्रदेश में टैक्स माफ है और इसके बाद यदि हालात सामान्य हुए, तभी बस ऑपरेटरों से टैक्स वसूला जाएगा। यदि स्थिति इसी तरह कायम रही तो आने वाले महीनों में भी टैक्स माफ कर राहत दी जाएगी। उन्होंने यह भी कि प्राइवेट बस ऑपरेटर उन्हीं बसों को चलाएं जो कि चलने में सक्षम हैं। बसों की आवाजाही को लेकर किसी तरह का दवाब ऑपरेटरपर नहीं डाला जाएगा।
इस बीच प्राइवेट बस ऑपरेटर्स यूनियन के राज्य अध्यक्ष राजेश पराशर ने बताया कि परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के साथ हुई बैठक में यह तय हुआ है कि वहीं बसें चलाई जाएंगीं, जिन्हें चलाने में बस ऑपरेटर सक्षम हों। बसों के चलने पर बसों व चालक परिचालकों का सैनिटाइजेशन को लेकर होने वाला खर्चा सरकार वहन करेगी।