थुनाग : सिराज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की होम पंचायत मुरहाग के गांव खुनागी के पुष्प उत्पादक अपनी रोजी रोटी के संकट में आ गए हैं। उन्हें पिछले 2 महीनों से अपनी फूलों की फसल को पशुओं को चारा हेतु देना पड़ रहा है, जिससे उनका लाखों का नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार की उक्त गांव हिमाचल प्रदेश में पुष्प उत्पादन दृष्टि से प्रथम स्थान पर है। मगर वर्तमान समय में इस गांव के किसानों की हालत खराब हो गई है। उन्हें बैंक का लेन-देन भी बहुत है। इन फूलों से पुष्प उत्पादकों को अच्छी ख़ासी आय प्राप्त होती रही है। इस बार बहुत ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
पुष्प उत्पादक तीखू राम, मयाराम, नरेंद्र, कर्म सिंह, मनोज कुमार, खूबे राम, किशन चंद, संगत राम पुष्पराज, जीवानंद, चमन लाल, लुदर मनी, जय सिंह, बुधीराम, खेमराज, तिलक राज, भोप सिंह, गोवर्धन सिंह, भूपेंद्र, टीकम राम व लाल सिंह व अन्य सराज क्षेत्र के जंजैहली, थुनाग सहित अन्य उत्पादक इस बार बहुत प्रभावित हुए हैं। पुष्प उत्पादकों से मिली जानकारी के अनुसार यह फूल दिल्ली, बाहरी राज्यों, प्रसिद्ध मंदिरों में, नवरात्रों में विवाह, जन्मदिन व अन्य समारोहों में अधिक बिकता है। इसकी इतनी लागत होती है कि पहले ही बुकिंग करनी पड़ती है, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते यह फूल कहीं बिक नहीं सके। इसी ग्रीन हाउस में यह खिल गए हैं।
बता दें कि इस बार पुष्प उत्पादकों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। इन फूलों को फेंकना पड़ रहा है। फेंकने के लिए अलग से लेबर लगानी पड़ रही है। बिना समारोह के इन फूलों का भी मोल नहीं रहा। किसी समारोह की जगह इन्हें गोबर के ढेर पर या गड्ढे में फेंकना पड़ रहा है। पुष्प उत्पादकों ने सरकार से इस क्षतिपूर्ति की के लिए मदद के लिए गुहार लगाई है ताकि कुछ भरपाई हो सके। इस बारे में हॉर्टीकल्चर डेवेलपमेंट ऑफिर सराज संजय ने बताया कि सरकार ने फूलों की खेती को हुए नुकसान का ब्योरा मांगा था जिसे भेज दिया गया है।