शिमला : कोरोना संकट के बीच प्रदेश भाजपा के मुखिया राजीव बिंदल के इस्तीफे ने राज्य की सियासत गरमा दी हैै। इस अप्रत्याशित सियासी घटना से राजनीतिक पंडित भी दंग रह गए हैं। ताजपोशी के महज चार माह और 9 दिन बाद ही बिंदल त्यागपत्र दें देंगे, इस बात की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजीव बिंदल के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।
ओडियो प्रकरण में तत्कालीन स्वास्थ्य निदेशक की गिरफ्तारी के बाद भाजपा पर आरोप लगने शुरू हुए, तो विपक्ष समेत अन्यों के निशाने पर अप्रत्यक्ष तौर पर राजीव बिंदल ही थे। बिंदल भी इस बात को भांप गए थे। यही वजह है कि पिछले चार दिन से भाजपा संगठन में नियुक्तियों की बाढ़ लग गई। इससे इस बात के संकेत मिल रहे थे कि भाजपा में कुछ उठापठक होने वाली है।
भाजपा ने अपने तमाम मोर्चों का विस्तार कर नए पदाधिकारी व जिलाध्यक्ष तैनात कर दिए। कोरोना के कहर के बीच संगठन में धड़ाधड़ हो रही नई नियुक्तियों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे थे। एमबीएम न्यूज नैटवर्क ने इसे प्रमुखता देते हुए लिखा था कि कोरोना संकट से गुजर रहे हिमाचल प्रदेश में सतासीन दल भाजपा में ताजपोशियों की बाढ़ अचंभित करने वाली है। पिछले चार दिनों में भाजपा अपने आधा दर्जन मोर्चों का विस्तार कर 250 के करीब नए पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की ताजपोशी कर चुकी है।
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