सुंदरनगर: बल्ह उपमंडल के रत्ती वार्ड की कोराना मृत महिला अशोका रानी के अंतिम संस्कार के दौरान रास्ता रोकने और हंगामा करने पर बल्ह पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने नगर परिषद नेरचौक के तीन पार्षदों सहित 20 आरोपियों पर धारा 147, 341, 188 और 269 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर किया है। एसपी गुरदेव चंद शर्मा ने कहा कि आरोपियों में पार्षद सुमन चौधरी, पार्षद आलम राम, पार्षद रजनीश सोनी सहित 20 लोग शामिल हैं। पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बता दें कि बीते मंगलवार को ग्रामीणों के भारी विरोध के बीच पुलिस के कड़े पहरे में कोरोना संक्रमित महिला की अंत्येष्टि नेरचौक के समीप सुकेती खड्ड किनारे की थी। सुबह सुकेती खड्ड में मृतका के अंतिम संस्कार की सूचना मिलते ही कंसा और टांवा गांव के ग्रामीण घरों से सड़क पर आ गए।
उन्होंने अस्थायी श्मशानघाट को जाने वाली सड़क पर पत्थरों का ढेर लगाकर पुलिस और शव ला रही एंबुलेंस का रास्ता बंद कर किया। बाद में पुलिस और प्रशासन के समझाने के बाद माहौल शांत हुआ और अंत्येष्टि हो सकी। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। संस्कार से पूर्व दोनों बेटों और पति की इच्छा के बाद प्रशासन ने उन्हें अंतिम दर्शन कराए।
महिला के बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी। नेरचौक मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ. देवेंद्र शर्मा, थाना प्रभारी राजेश कुमार और डीएसपी अनिल पटियाल मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से परिवार के तीन लोगों को ही अनुमति दी गई थी। उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से चिह्नित जगह पर ही कोरोना से मरने वालों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है यदि कोई सुझाव देना चाहता है तो जिला प्रशासन से बात कर सकता है।