नाहन: ट्रांसगिरि के नैनीधार की रहने वाली 15 वर्षीय ममता के शरीर में मात्र 2.5 ग्राम खून ही 23 मई तक बचा था। लिहाजा, इस स्थिति में उसे उपचार देना भी मुश्किल हो रहा था। बच्ची में खून की कमी की भनक पायलट व समाजसेवी राम सिंह तक पहुंची। दो अन्य रक्तदाताओं के साथ ब्लड डोनेट कर पुण्य कमाया। चिकित्सकों की राय के मुताबिक बच्ची पोर्टल हाईपरटेंशन से पीड़ित है।
23 मई को बच्ची का एचबी 2.5 था। पायलट राम सिंह वही शख्स है, जो अस्पताल से नवजात शिशुओं को गुरुग्राम तक 3 से साढ़े 3 घंटे में पहुंचाने के माहिर हैं। साथ ही कोरोना संकट में रैडक्राॅस की एंबूलेंस में बतौर पायलट 16 से 18 घंटे की डयूटी करते हैं। फिलहाल, बच्ची मेडिकल काॅलेज के शिशुरोग विशेषज्ञ डाॅ. पवन कुमार की देखरेख में उपचाराधीन है। बच्ची के एचबी में सुधार आने की सूरत में ही उसे चंडीगढ़ भेजा जा सकता है।