शिमला: हमीरपुर की 72 वर्षीय संक्रमित महिला के शव का सोमवार दिन में 11 बजे शिमला के कनलोग श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार प्रशासन की देखरेख में हुआ, जिसमें एडीएम प्रोटोकाल और तहसीलदार शहरी मौजूद रहे। मृतक महिला के परिवार के पांच सदस्य ही शामिल हुए। वे कल रात को हमीरपुर से शिमला के लिए रवाना हो गए थे।
दाह संस्कार के दौरान कोविड की गाइडलाइन के तहत अपनाए जाने वाली औपचारिकताओं का भी पूरा ध्यान रखा गया। एंबुलेंस में शव को लाकर उसे सीधे शमशान घाट के भीतर ले जाया गया जहां पीपीई किट पहने स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों व मृतक के परिजनों ने शव को नीचे उतारकर चिता पर रखा और शव को मुखाग्नि दी। शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप ने बताया कि दाह संस्कार में कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह पालन किया गया है। मृतक महिला के 5 परिजनों की देखरेख में अंतिम संस्कार हुआ।
प्रशासन के दो अधिकारी भी वहां मौजूद रहे। इस महिला की कल रात आईजीएमसी में मौत हो गई थी। महिला किडनी की रोगी थी और शुक्रवार को उसे आईजीएमसी लाया गया था। यहां कोरोना जांच में वह पॉजिटिव पाई गई थी। महिला का पति भी कोरोना से संक्रमित है और हमीरपुर में उपचाराधीन है।बता दें कि कनलोग श्मशान घाट पर पिछले दिनों सरकाघाट के कोरोना संक्रमित युवक के दाह संस्कार पर बवाल मचा था। प्रशासन और लापरवाही का आरोप लगा था। युवक की देर शाम मौत होने के बाद प्रशासन ने परिजनों की गैर मौजूदगी में रात को ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। प्रदेश हाइकोर्ट ने इस मामले में सरकार से जवाब मांगा है।