मंडी : प्रदेश में कोरोना का कहर जारी है। शनिवार सुबह मंडी से 4 मामलों की पुष्टि हुई है। लगातार तीसरे दिन मामलों में इजाफा हो रहा है। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे कोरोना के मामलों की बाढ़ आ गई है। पॉजिटिव पाए गए चारों ही लोगों को संस्थागत क्वारंटाइन पर रखे गए थे। इसमें से तीन मुंबई से लौटे थे। एक व्यक्ति को 21 मई को पहले ही छाती की दर्द की शिकायत पर नेरचौक शिफ्ट कर दिया गया था। इसमें तीन जोगिंद्रनगर उपमंडल के जबकि एक सरकाघाट उपमंडल का रहने वाला है। जोगिंद्रनगर उपमंडल के तीनों कोरोना पॉजिटिव मरीज एक ही परिवार के सदस्य हैं। इसमें मां, बेटी और बेटा शामिल हैं। चारों पॉजिटिव मरीज मुंबई से लौटे हैं और इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन में रह रहे थे। इसमें से सरकाघाट उपमंडल निवासी की तबीयत 21 मई को ज्यादा खराब होने पर उसे मेडिकल कॉलेज नेरचौक शिफ्ट कर दिया गया था, जबकि बाकी तीन को आज मेडिकल कॉलेज लाया जाएगा। बीती देर रात को सैंपल जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ये चारों मामले सामने आए हैं।
मंडी में अब कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की संख्या 11 हो गई है, इसमें से 8 एक्टिव केस हैं। दो उपचार के बाद ठीक हो कर घर जा चुके हैं, जबकि एक युवक की मौत हुई है। राहत की बात यह है कि पॉजिटिव आए लोगों के परिवारों में वायरस नहीं पाया गया है। मंडी के डीसी ऋग्वेद ठाकुर ने 4 नए मामलों की पुष्टि की है। गौरतलब है कि वीरवार को राज्य में भी 42 मामले सामने आए थे, जबकि शुक्रवार को यह आंकड़ा 16 रहा था। यानी 3 दिन में 62 मामले सामने आ चुके हैं।
मंडी में पहले सामने आये मामलो में एक महिला उना से आई थी जबकि तीन की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अनुमान लगाया था कि परिवार के किसी अन्य सदस्य में कोरोना वायरस हो सकता है जहां से यह संक्रमित हुए हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने 21 मई को इन संक्रमित व्यक्तियों के परिजनों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे जोकि नेगेटिव आए हैं। अब प्रशासन के लिए यह पता लगाना चुनौती बन गया है कि इन लोगों में कोरोना वायरस कहां से आए।