शिमला: कोरोना लाॅकडाउन में विपक्षी दल कांग्रेस के साथ विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग करने वाले भाजपा विधायकों पर पार्टी की गाज गिर सकती है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने विशेष सत्र बुलाने की भाजपा विधायकों की मांग को अनुचित करार दिया है। साथ ही उन्होंने ऐसा करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने के भी संकेत दिए हैं। बिंदल ने आज कहा कि विधान सभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए भाजपा विधायकों द्वारा दिया गया पत्र अनुचित है तथा पार्टी इस गतिविधि का कड़ा नोटिस लेती है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में विधान सभा सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया था और अभी संकट बरकरार है। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में हिमाचल को कोरोना से बचाने के लिए जीतोड़ कोशिश कर रही है। ऐसे में भाजपा का स्पष्ट मत है कि जब सभी प्रकार की बड़ी बैठकें बंद हैं तो विधानसभा सत्र को आहूत करना अनुसूचित होगा।
दूसरी तरफ विशेष सत्र की मांग करने वाले भाजपा विधायकों ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को भाजपा विधायकों द्वारा जो पत्र दिया गया है वो किसी भी प्रकार से यह भावना नहीं रखता है कि विधानसभा का विशिष्ट सत्र बुलाया जाए।
भाजपा विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार कोरोना से की जा रही लड़ाई को बखूबी लड़ रही है और हिमाचल सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल प्रदेश के जनमानस की लगातार सेवा की है। नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में देश और जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार बेहतरीन कार्य कर रही है।
सनद रहे कि बीते बुधवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व कांग्रेस के अन्य विधायकों के साथ भाजपा के कुछ विधायकों ने विस अध्यक्ष विपिन परमार को ज्ञापन सौंपकर कोरोना पर चर्चा के लिए विस का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा था कि वे कोराना संकट में राजनीति कर रहे हैं।