शिमला : ठियोग विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राकेश वर्मा का हार्ट अटैक से निधन हो गया। उन्हें आज शाम अचानक दिल का तोड़ा पड़ा, जिसके बाद आईजीएमसी लाया गया। लेकिन आईजीएमसी पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो गई थी। वह 58 वर्ष के थे। उनके निधन पर राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है। राकेश वर्मा चौपाल के भाजपा विधायक बलबीर वर्मा के बड़े भाई हैं।
समाज सेवी के तौर पर पहचान बना चुके राकेश वर्मा ने तीन बार ठियोग विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की थी। राकेश वर्मा ने 1993 में 31 साल की आयु में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। तब उन्होंने कांग्रेस की दिग्गज नेत्री विद्या स्टोक्स को हराया था। इसके बाद 2003 व 2007 में वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीते थे।
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और माकपा के राकेश सिंघा से मात्र 1900 मतों से हार गए थे। उनकी मृत्यू की खबर के बाद पूरे ठियोग विधानसभा क्षेत्र में गम का माहौल बन गया है।
दिवंगत राकेश वर्मा कोरोना संकट में सक्रिय रुप से अपना दायित्व निभा रहे थे। उन्होंने खुद मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचकर अंशदान किया, बल्कि अपने निर्वाचन क्षेत्र मेंअपने स्तर पर मास्क बनाने का अभियान छेड़ा हुआ था। वह 10 मई तक अपने फेसबुक पेज पर सक्रिय नजर आए।