सुंदरनगर : विश्व भर में फैली कोरोना महामारी से जहां देश पर संकट है तो कोरोना के लगातार बढ़ते मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। जब से देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है, तब से लाखों लोगों को एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में भी देखने को मिला है। यहां पिछले 2 महीने से पश्चिम बंगाल का एक परिवार फंसा है और घर जाने की आस लगाए बैठा है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता का 4 सदस्यीय परिवार 21 मार्च से सुंदरनगर में फ़सा है और अपनी घर वापसी को लेकर टकटकी लगाकर इंतजार कर रहा है। यह परिवार हिमाचल प्रदेश घूमने के लिए 45 हजार रुपए का टूर पेकेज लेकर आया था। लेकिन टूर पैकेज वालों ने भी इस परिवार को सुंदरनगर में छोड़ कर अपना पल्ला झाड़ लिया। सुंदरनगर के पुंघ के साथ लगते होटल के एक कमरे में कोलकाता निवासी इस परिवार के चार सदस्य मुश्किल में हैं। उनके पास पैसे भी खत्म हो रहे हैं।
कोलकाता निवासी स्वजल मंडल, पत्नी रुपाली मंडल, बेटी फेंटासी मंडल और बेटा आबिर मंडल 16 मार्च को कालका से रेल के जरिए शिमला पहुंचे थे। वहां से ये लोग 18 मार्च को मनाली रवाना हुए। तब तक कोरोना वायरस ने देश में हड़कंप मचा दिया था। ये लोग वापस जाने के लिए 21 मार्च को टैक्सी करके निकले। टैक्सी चालक ने उन्हें सुंदरनगर छोड़ दिया। इन्होंने सोचा कि सुबह होते ही यहां से निकल जाएंगे लेकिन 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और उसके बाद लॉकडाउन हो गया। इन लोगों ने कोलकाता में अपने पड़ोसियों से कुछ पैसे फोन करके मंगवाए जो खाने-पीने और होटल के कमरे के किराये में खत्म हो रहे गए। कमरे का किराया 500 रुपये प्रतिदिन है।
होटल मालिक ने हालांकि परिवार की मजबूरी को देखते हुए उन्हें एक और कमरा बिना किराये के दे दिया है। इन लोगों का दो बार रेल और हवाई टिकट रद्द हो चुका है। परिवार की चिंता है कि अगर लॉकडाउन की अवधि लंबी होती है तो उनका क्या होगा। दिन में ये लोग एक समय खाना खाते हैं, जिस पर 500 रुपये खर्च होते हैं। स्वजल मंडल ने कहा कि कोलकाता में जिन लोगों को पैसा मंगवाने के लिए फोन कर रहे हैं, उनमें से कइयों के फोन बंद हैं और कई फोन सुन नहीं रहे हैं। ऐसे में उनका और परिवार का क्या होगा, कुछ पता नहीं है।
वहीं जब इस परिवार के सुंदरनगर में फंसे होने की सूचना सुंदरनगर के स्थानीय निवासी केएल बंसल और उन के बेटे प्रकाश चंद बंसल को लगी तो पीड़ित परिवार ने हिमाचल आने की पूरी जानकारी सुंदरनगर के बंसल परिवार से सांझा की तो बंसल परिवार ने बेस्ट बंगाल के इस परिवार को अपने घर में शरण दी और इन्हें खाने-पीने की हर चीज भी उपलब्ध करवा रहे है।
बेस्ट बंगाल के परिवार की बेटी फेंटासी मंडल का कहना है कि जब से देश में लॉकडाउन चला है तब से हम सुंदरनगर में फंसे हैं और बंसल परिवार ने हमें अपने घर में शरण दे रखी है। उनका कहना है कि बंसल परिवार का कर्ज़ हम जीते जी नहीं भूल सकते। उन्होंने कहा कि हमारा हिमाचल सरकार और बेस्ट बंगाल सरकार से आग्रह है कि उनके घर जाने की व्यवस्था बनाई जाए।
सुंदरनगर के केएल बंसल ने बताया कि यह परिवार पिछले 2 महीने से यहीं पर रुका हुआ है और इन्हें हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में इस परिवार के साथ हर पल खड़ा है। उन्होंने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें इस परिवार की सहायता करने का अवसर प्राप्त हुआ है।