ऊना : देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले हिमाचलियों को देवभूमि हिमाचल में वापस लाने का सिलसिला लगातार जारी है। आज इसी कड़ी में महाराष्ट्र के पुणे से एक विशेष श्रमिक ट्रेन के माध्यम से लॉक डाउन के बीच फंसे हिमाचलियों की घर वापिसी हुई। पूणे से ट्रेन में ऊना पहुंची। ट्रेन में कांगड़ा जिला के 215, हमीरपुर के 68, मंडी के 63, शिमला के 53, चंबा के 28, कुल्लू के 37, किन्नौर के पांच, बिलासपुर के 16, ऊना के 70, सिरमौर के 9 और सोलन के 41 यात्री अपने प्रदेश में वापिस पहुंचे हैं। ऊना रेलवे स्टेशन पर रेलगाड़ी से सभी यात्रियों को जिलावार उतारा गया।
प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने के लिए जिला प्रशासन ने दो रास्ते बनाए थे, ताकि यात्रियों को उतरने में किसी तरह की कोई असुविधा न हो। सबसे पहले कांगड़ा जिला के यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर उतारने के बाद उन्हें सैनिटाइज किया गया। इसके बाद हेल्थ डेस्क पर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई और उनसे फ्लू जैसे लक्षणों के बारे में जानकारी हासिल की गई। स्टेशन से बाहर निकलने से पहले सभी यात्रियों को खाने-पीने की सामग्री तथा मास्क, सेनेटाइजर और पानी की बोतलें प्रदान की गई। इसके बाद उन्हें एचआरटीसी की बसों में बिठाकर उनके गंतव्यों की ओर रवाना किया गया।
अपने घरों को वापिसी करने वाले यात्रियों के चेहरों पर ख़ुशी झलक रही थी। यात्रियों ने हिमाचल वापिसी पर ख़ुशी जताई और सरकार का धन्यवाद किया। डीसी ऊना संदीप कुमार ने कहा कि देवभूमि वापसी मिशन के तहत आज पांचवी ट्रेन ऊना रेलवे स्टेशन पर पहुंची। इन पांच ट्रेनों में अभी तक 4019 हिमाचली पहुंचे है।