सुंदरनगर: हिमाचल प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना से शुक्रवार शाम हमीरपुर के 52 वर्षीय पीड़ित ने नेरचौक मेडीकल कॉलेज में दम तोडा। जिनका शनिवार सुबह हिंदू रीति रिवाज के साथ बल्ह घाटी के कंसा में अंतिम संस्कार किया। मौके पर मौजूद मृतक का के 25 वर्षीय बेटे ने जब अपने पिता का चेहरा अंतिम बार देखा तो वह फूट-फूट कर रोया और माहौल गमगीन हो गया। पीड़ित का अंतिम संस्कार बल्ह घाटी से गुजरने वाली सुकेती खड्ड के किनारे कंसा चौक के समीप किया गया।
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https://youtu.be/I4hEJnJ2HZs
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इस दुखद समय पर प्रशासन द्वारा पूरी एहतियात बरतते हुए शव को लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज से दाह संस्कार वाले स्थान पर लाया गया। शव को लाते समय मेडिकल कॉलेज टीम और रेडक्रॉस सोसायटी के कार्यकर्ताओं द्वारा पीपीई किट पहनी हुई थी। वहीं प्रशासन द्वारा मृतक के बेटे शुभम और अन्य 2 परिजनों को भी पीपीई किट पहनाकर मौके पर लाया गया। मृतक के बेटे शुभम व परिजनों द्वारा शव के चेहरे को अंतिम बार देखकर सुबह के 8 :54 बजे शव को मुखाग्नि प्रदान की गई। दाह संस्कार के दौरान प्रशासन द्वारा मौके पर हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार पंडित के माध्यम से अंतिम संस्कार की विधि को अपनाया गया। बता दें कि बीते कल इस मरीज का देहांत हमीरपुर से लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक लाते समय हो गया था।
परिजनों के साथ मृतक की संबंधित ग्राम पंचायत लड़ा के उपप्रधान राकेश भी मौजूद रहे। दाह संस्कार के समय पर मौके पर पुलिस बल के साथ पुलिस की क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) का हथियारों से लेस होकर कड़ा पहरा रहा। दाह संस्कार के समय मौके पर एसडीएम बल्ह आशीष शर्मा, एसडीएम सुंदरनगर राहुल चौहान, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज के एमएस डा. देवेंद्र शर्मा व उनकी टीम, बीडीओ बल्ह और रेडक्रॉस मंडी के सचिव ओपी भाटिया मौजूद रहे।
उधर हमीरपुर प्रतिनिधि के मुताबिक 9 मई को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर राज कुमार को चैरिटेबल अस्पताल भोटा में भर्ती किया गया था। जो दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में चाय की दुकान चलाता है। मृतक राज कुमार एक मिलनसार स्वभाव का व्यक्ति था। मृतक अपने पीछे पत्नी व दो बच्चे छोड़ गया है। बड़ा बेटा होटल में काम करता है, वही दूसरा स्कूल में पढ़ रहा है।