शिमला : कोरोना के बढ़ते कहर के बीच क्वारंटाइन किए गए कुछ लोग कोरोना महामारी को हल्के में लेकर आम जनता को खतरे में डाल रहे हैं। राज्य में क्वारंटाइन की अवहेलना करने वाले मामलों ने शासन-प्रशासन के साथ-साथ आम लोगों की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अब तक 178 लोग क्वारंटाइन का उल्लंघन कर चुके हैं। इनके विरूद्ध पुलिस ने 11 जिलों में आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। 131 मामले होम क्वारेंटान तोड़ने पर पंजीकृत हुए हैं। अहम बात यह है कि क्वारेंटाइन केंद्रों में जंप करने के 13 मामले सामने आए हैं। क्वारंटाइन केंद्रों में उन लोगों को रखा जाता है, जिनमें या तो कोरोना के लक्षण प्रतीत हो रहे हों, या जिन्होंने होम क्वारंटाइन की अवहेलना की हो।
प्रदेश पुलिस प्रवक्ता खुशहाल शर्मा ने सोमवार को बताया कि किन्नौर और लाहौल-स्पीति को छोड़कर अन्य सभी जिलों में क्वारंटाइन तोड़ने के मामले सामने आए हैं। कुल 144 एफ़आईआर में 178 लोगों को आरोपी बनाया गया है। सबसे अधिक 56 मामले कांगड़ा में पाए गए। इसी तरह चंबा जिला में 26, मंडी में 22, शिमला में 15, सोलन में 6, कुल्लू में 5, बिलासपुर व हमीरपुर में चार-चार, सिरमौर, उना और पुलिस जिला बददी में दो-दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि होम क्वारंटाइन तोड़ने पर 131 तथा इंस्टीच्यूशनल क्वारंटाइन तोड़ने पर 13 मामले पंजीकृत किए गए हैं। इंस्टीज्यूशनल क्वारंटाइन की अवहेलना के सबसे ज्यादा छह मामले चंबा जिले में दर्ज हुए हैं।
उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन व कफर्यू की अवहेलना के अब तक राज्य में 1631 मामले दर्ज किए जा चुके हैैं। इनमें 1422 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इसके अलावा नियम तोड़ने पर 1443 वाहनों को जब्त कर 38 लाख के करीब राशि जुर्माने के रूप में वसूली गई है।