सोलन : कोविड-19 माहमारी के चलते लागू लॉकडाउन में पिछले दो महीने से आंध्रप्रदेश में स्थित सत्य साई सेवा संस्थान पुट्टापर्ती में हिमाचल के 20 से अधिक सीनियर सिटीजन फंसे हैं। इन में तीन महिलाएं भी हैं। अपने प्रदेश वापिस आने की उम्मीद लगाए बैठे इन लोगों को इंतजार में एक एक दिन गुजारना मुश्किल हो गया है। कुछ लोग तो तनावग्रस्त होने लगे हैं। वहीं परिजनों की चिंता भी बढ़ गई है। प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्य में फंसे लोगों को वापस बुलाने के लिए बैंगलौर से ट्रेन की व्यवस्था की थी, लेकिन राज्य की सीमा के कारणों से वे लोग बैंगलोर नहीं पहुंच पाए।
प्रदेश सरकार की तरफ से जारी हैल्पलाईन और नोडल अधिकारी से संपर्क करने के बावजूद वापिस आने की व्यवस्था नहीं होने से इन लोगों के सब्र को बांध टूटने लगा है। हालांकि सभी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि आंध्रप्रदेश और हिमाचल की सरकार उनकी घर वापिस के लिए कोई न कोई रास्ता निकालेगी।
पुटापर्ती में फंसे चंबा के राजेंद्र शर्मा, हेमलता शर्मा, हमीरपुर के सरवन सिंह, रमेश चंद, सर्वांश सिंह, कांगड़ा के आशिष, सुरेंद्र कुमार, कुंदन लाल, रमेश चंद व रविंद्र शर्मा, सोलन के जसवंत कौशल, बृजबाला कौशल, अंजली कौशल, सुरेश कुमार गार्गिया, पुष्पा शर्मा, कृष्णलाल शर्मा, शिमला के श्याम सुंदर, विपन सूद, कुसूम सूद और भानवी सूद शामिल हैं।
प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सत्य साई सेवा संस्थान पुट्टापर्ती में फंसे हिमाचल के लोगों की मदद के लिए आंध्र के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की है। वहीं पुट्टापर्ती फंसे लोग अपने-अपने जिला के प्रशासन और नोडल अधिकारिओं से संपर्क बनाए हुए हैं।