संगड़ाह : क्षेत्र में अस्पताल की जननी एक्सप्रेस पिछले तीन दिनों से खराब होने के चलते प्रसव के बाद महिलाओं को निजी गाड़ी अथवा टैक्सी किराये पर कर घर पहुंचना पड़ रहा है। लॉकडाउन के दौरान यहां सरकार व प्रशासन के बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के दावे खोखले साबित हो रहे हैं तथा यहां मौजूद 108 एंबुलेंस भी गत 2 माह में तीन बार कई दिनों तक बंद रह चुकी है।
आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों की महिलाओं को न केवल निजी गाडिय़ों की व्यवस्था के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च करनी पड़ रही है, बल्कि टैक्सी में 102 एंबुलेंस की तरह डिलिवरी के बाद महिलाएं लेट कर अथवा आरामदायक ढंग से भी नहीं जा सकती।
गुरुवार को उपमंडल संगड़ाह के गांव कैंथू की सोनाली पत्नी विनीत को निजी गाड़ी अथवा टैक्सी हायर कर घर जाना पड़ा। इसके अलावा इस अस्पताल में शिमला जिला के कुपवी की संगीता देवी अपने नवजात बच्चे के साथ मौजूद है, हालांकि उन्हें गुरुवार को घर नहीं भेजा गया।
संबंधित कर्मचारियों तथा वेंडर के अनुसार 102 एंबुलेंस के बेरिंग खराब है तथा टायर भी खस्ताहाल है। इसे ठीक करवाने के लिए अब तक 102 मैनेजमेंट अथवा कंपनी से स्वीकृति मिलना शेष है। एसडीएम संगड़ाह राहुल कुमार के अनुसार उन्होंने इस बारे सीएमओ सिरमौर से बात की है। एसडीएम ने कहा किए प्रसव के बाद कुपवी की महिला को प्रशासन की तरफ से गाड़ी उपलब्ध करवाई जाएगी।