हरिपुरधार: पड़ोसी जनपद शिमला के कुपवी में स्वास्थ्य सेवाएं शून्य हो चुकी हैं। इसका ताजा उदाहरण सामने आया है। ओखड़ी गांव से 33 वर्षीय संगीता को प्रसव पीड़ा की वजह से कुपवी लाया जाना था। लेकिन वहां सीएचसी में कोई भी एंबूलेंस उपलब्ध नहीं थी। इसके बाद आधी रात को महिला को बमुश्किल निजी वाहन में लाया गया। हरिपुधार में तैनात ईएमटी विनोद व पायलट संजीव ने महिला को तराहां से संगड़ाह लाने का फैसला लिया। लेकिन इसी बीच अंधेरी में ही महिला ने 108 एंबूलेंस में बेटी को जन्म दिया।
108 एंबूलेंस कर्मियों ने जच्चा-बच्चा को सीएचसी संगड़ाह में भर्ती करवाया है। इसी बीच परिजनों ने आरोप लगाया है कि कुपवी सीएचसी का दर्जा नाममात्र ही है। हरिपुरधार में भी सुविधाएं नहीं मिलती। गौरतलब है कि सिरमौर का हरिपुरधार तीन विधानसभा क्षेत्रों की 15 पंचायतों का केंद्र बिंदू है। यहां पर भी डॉक्टर सुबह 10 से 4 बजे तक उपलब्ध रहते हैं। आपातकालीन स्थिति में मरीजों को संगड़ाह या नौहराधार लाना पड़ता है।