कुल्लू : देश भर में लाॅकडाउन-3 के लागू होने के बाद कुल्लू में सोमवार 4 मई से सभी सरकारी कार्यालय खुल जाएंगे। इन कार्यालयों में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की संख्या रोजाना सीमित रखी जाएगी, जबकि प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी के सभी अधिकारियों को दफ्तर आना होगा।
जिलाधीश डाॅ. ऋचा वर्मा ने बताया कि सभी कार्यालय प्रमुख इस तरह का ड्यूटी रोस्टर तैयार करेंगे कि रोजाना केवल 30 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज करें और अन्य कर्मचारी घर से ही कार्य करें। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार अगर कोई कर्मचारी कार्यालय में नहीं आ रहा है तो भी वह स्टेशन नहीं छोड़ सकेगा तथा उसका मोबाइल फोन भी ऑन रहेगा, ताकि किसी भी तरह की आपात् स्थिति में उसे दफ्तर बुलाया जा सके। रोस्टर के अनुसार घर से ही कार्य करने वाले कर्मचारी का वेतन नहीं काटा जाएगा।
जिलाधीश ने बताया कि सरकारी कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ को रोकने तथा सोशल डिसटेंसिंग कायम रखने के लिए विभिन्न अधिकारियों-कर्मचारियों के आने और जाने का समय भी अलग-अलग निर्धारित किया जाएगा। अधिकारियों-कर्मचारियों का एक समूह सुबह 10 से सायं 5 बजे तक और दूसरा समूह साढे दस से सायं साढे पांच बजे तक कार्य करेगा। इन समूहों के लिए लंच की समय सारिणी भी अलग-अलग रहेगी। फील्ड या आवश्यक सेवाओं में कार्यरत अधिकारियों-कर्मचारियों पर ये आदेश लागू नहीं होंगे। कार्यालय प्रमुखों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हर अधिकारी-कर्मचारी ने आरोग्य सेतु एप इंस्टाॅल कर लिया है। यह सबके लिए अनिवार्य होगा।
डाॅ. ऋचा वर्मा ने अधिकारियों से कहा कि हर कार्यालय में सेनिटाइजर्स और हैंडवाॅश का पर्याप्त प्रबंध होना चाहिए तथा कार्यालय में कोई भी व्यक्ति माॅस्क के बगैर न हो। कार्यालय परिसरों और इसके सभी गेट-दरवाजों, फर्नीचर और शौचालयों आदि की नियमित सेनिटाइजेशन होनी चाहिए। कार्यालय में होनी वाली बैठकों में अधिकारियों-कर्मचारियों की अधिक संख्या न हो तथा कार्य स्थल पर आपस में पर्याप्त दूरी होनी चाहिए।
जिलाधीश ने कहा कि किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को सांस से संबंधित कोई समस्या, सर्दी-जुकाम, बुखार या इससे संबंधित अन्य लक्षण हों तो उसे तुरंत छुट्टी पर तथा होम क्वारंटीन पर भेजें। गर्भवती महिलाएं और पहले से ही बीमार चल रहे अधिकारी-कर्मचारी विशेष एहतियात बरतें। अगर किसी व्यक्ति में कोरोना जैसे लक्षण आते हैं तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भेजें। डाॅ. ऋचा वर्मा ने अधिकारियों-कर्मचारियों से कहा कि वे किसी भी तरह की अफवाह या भ्रामक खबरें न फैलाएं और न ही इन पर विश्वास करें। उन्होंने कोविड-19 से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों की अक्षरशः पालन करने की अपील भी की।
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