नाहन : अब तक आप यह खबरें तो पढ़ रहे हैं कि लोग छिपते-छिपाते घर पहुंच रहे हैं। इसकी जब सूचना गोपनीय तरीके से प्रशासन तक पहुंचती है तो एक्शन होता है। लेकिन यहां परिवार यह तक भूल गया कि घर की बेटी ससुराल के क्लेश से दुखी होकर अपनी 20 साल की बेटी सहित चार दिन पैदल चलकर पंजाब के पटियाला से मायके पहुंची है। फर्ज निभाते हुए मां ने ही बेटी व दोहती के आने की इत्तला पहले कच्चा टैंक पुलिस को दी। फिर, 108 के माध्यम से मां-बेटी को क्वांरटाइन किया गया।
मामला, शहर की वाल्मीकि बस्ती से जुड़ा हुआ है। रात साढ़े 12 बजे के आसपास पटियाला से महिला अपनी बेटी के साथ पहुंची थी। प्रारंभिक जानकारी में पुलिस को पता चला कि दोनों ही 18 अप्रैल को पैदल ही नाहन के लिए चलना शुरू हुई थी। चूंकि वहां बेटी के साथ ससुराल में घरेलू हिंसा हो रही थी। यही कारण रहा हो कि महिला अपनी बेटी को लेकर वापस आ गई। 38 साल की महिला के पति की मौत हो चुकी है। वो 20 साल की बेटी के साथ मायके पहुंची है। प्रशासन व पुलिस को परिवार ने इस तरह का उदाहरण पेश कर प्रभावित किया है।
उपायुक्त डॉ. आरके परुथी का कहना है कि सूचना मिलने के बाद तुरंत ही मेडिकल टीम कच्चा टैंक पहुंची। इसके बाद 108 की मदद से महिला को बेटी सहित क्वारंटाइन किया गया है। उधर, संभावना जताई जा रही है कि दोनों के ही सैंपल लिए जा सकते हैं। 24 घंटे तक इंस्टीटयूशनल क्वारंटाइन में ही रहना होगा। अगर रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो महिला को बेटी समेत होम क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। उपायुक्त का यह भी कहना है कि पुलिस व प्रशासन को इस तरह से सहयोग मिलता रहेगा तो लाजमी तौर पर संकट से उबरने में सरकार को मदद मिलेगी।
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