शिमला : कोरोना वायरस से निटपने के लिए प्रशासन पुख्ता इंतजाम कर रहे है। जिले में जगह-जगह क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें 1100 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। शहर में 5 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। सरकारी स्कूल शोघी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली, धामी कॉलेज सहित श्रीराम अस्पताल न्यू शिमला और इंडस अस्पताल के अतिरिक्त होटलों व सरकार के रेस्ट हाउसो में ये सेंटर बने हैं। इनमें कोरोना वायरस के संदिग्ध 14 दिनों की निगरानी में रखे जाएंगे।
उपायुक्त अमित कश्यप ने यह जानकारी दी और कहा कि इनमें 673 बिस्तरों का इंतजाम शिमला शहर में किया गया है। राजधानी के बाहर से लौटने वाले लोगों को भी इन्हीं क्वारंटाइन सेंटरों में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि क्वाॅरेंटाइन की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा विश्राम गृह व होटलों में की गई है। उन्होंने कहा कि जिला में कोरोना संक्रमित व्यक्ति का कोई भी नया मामला नहीं आया है जो एक खुशी की बात है लेकिन हमें एहतियात बरतने की जरूरत है क्योंकि दिल्ली व चंडीगढ़ में निरंतर कोरोना का प्रभाव बढ़ता जा रहा है।
जिला दंडाधिकारी शिमला अमित कश्यप ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समाज के प्रत्येक वर्ग को कोरोना संक्रमण के प्रति अपने दायित्वों को समझकर उसे निभाना चाहिए तथा भीड़-भाड़ वाले इलाके से दूर रह कर एक-दूसरे से उचित दूरी बनाएं रखनी चाहिए ताकि हम इस संक्रमण से बच सके। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू के दौरान अब तीन अवस्थाओं में ही लोगों को परमिट दिया जाएगा, जिसमें किसी के घर में मृत्यु, मेडिकल इमरजेंसी या अस्पताल से डिस्चार्ज शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बाजार में भीड़ कम करने के उद्देश्य से घर द्वार सुविधा शुरू की गई हैं, जिसमें 30 से 40 विक्रेता शामिल हुए हैं। बीते कल 250 के लगभग लोगों ने इसका लाभ उठाया है। उन्होंने बताया कि दवाइयों की घर द्वार व्यवस्था भी शुरू की गई हैं।