बिलासपुर : हिमाचल में पैंशनरों व हजारों पोस्ट ऑफिस महिला अभिकर्ताओ को अप्रैल महीने की चिंता सताने लगी है। क्योंकि भारत में कोरोना वायरस के लिए किए गए 21 दिन के लॉकडाउन के कारण मार्च महीना तो लोगों ने निकाला लिया है, लेकिन अभी समस्या खत्म नहीं हुई है। हिमाचल प्रदेश में अधिकतर पैंशनरो का लेन देन बैंको के माध्यम से ही होता है लेकिन हिमाचल में कर्फ्यू के कारण मात्र तीन घंटे की ढील दी गई है, जिसमें इन लोगों का यह काम पूरा नहीं होने वाला है।
इतना ही नहीं मार्च महीना तो लोगों ने जैसे कैसे निकाल दिया, लेकिन अप्रैल में लोगों को राशन सब्जियों को खरीदने के लिए पैसा चाहिए जो बैंक से मिलेगा। अगर कोई गाडी नहीं चलेगी तो रिटायर लोग जो पैंशन लेते हैं वो 5-6 किलोमीटर पैदल कैसे बैंक जा पायेंगे। दूसरा सवाल यह खड़ा होता है कि हिमाचल प्रदेश में हजारों महिलाएं ऐसी हैं जो पोस्ट ऑफिस की अभिकर्ता है जो हिमाचल प्रदेश आर्थिकी की रीढ़ की हड्डी हैं। लोगों का करोडों रूपये पोस्ट ऑफिस में हर महीने जमा करवाती है, जिनके लिए इस कर्फ्यू में कोई नियम ही नहीं है वो कैसे जाएंगी। किस तरह लोगों से आने वाले पैसे को पोस्ट ऑफिस में जमा करवाया जायेगा।
उनको भी लगता है कि उनका यह रोजगार इस कर्फ्यू के कारण छिन न जाए। प्रदेश सरकार को भी अपनी सही स्थिति सपष्ट करनी चाहिए ताकि जनता के दिलों में यह भ्रम न रहे।