हमीरपुर: कोरोना वायरस के चलते लोगों को भारी कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ रहा है। हालांकि कर्फ्यू के दौरान लोग अपने घरों में बंद हैं तथा लोगों ने अपने जरूरी रोज़मर्रा की वस्तुएं भी खरीद कर रख ली है। परंतु उन युवाओं को बहुत ही परेशानी से गुजरना पड़ रहा है जो अन्य जिला व बाहरी राज्यों में कार्य कर रहे हैं । मुसीबत यह है कि उनके पास पैसे भी नहीं है तथा घर पहुंचने का कोई साधन भी नहीं है । ऐसे में वह गुहार लगाएं भी तो किससे ? युवा पैदल ही अपने घरों की ओर चल पड़े हैं।
ऐसा ही एक मामला हमीरपुर में सामने आया है। बद्दी में प्राइवेट कंपनी में कार्यरत तीन युवक 23 मार्च को कंपनी बंद होने के बाद कोई साधन न होने के कारण पैदल ही अपने घरों की ओर चल पड़े। रास्ते में टैक्सियों व प्राइवेट व्हीकल को हाथ देते रहे परंतु किसी ने उनको अपनी गाड़ियों में बिठाया नहीं। करीब 200 किलोमीटर का सफर तय करके आज ही युवक सुजानपुर पहुंच गए हैं। इनमे एक युवक सुजानपुर व दो कांगड़ा के है।
तीन युवा बनित पटियाल पुत्र रामकिशोर गांव गंडेरगा पंचायत मोहडा, प्रदीप कुमार पुत्र बालम राम गांव तरेखड पंचायत आरसी जिला कांगड़ा व सनी कुमार पुत्र हिम्मत सिंह सुजानपुर जिला हमीरपुर ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि वे बद्दी में एक निजी कंपनी में काम करते हैं। लेकिन हाल ही में कोरोना वायरस के चलते कंपनी बंद हो जाने के कारण उन्हें अपने घर का रास्ता अपनाना पड़ा । क्वार्टर में उनके पास खाने को भी कुछ नहीं था। ऐसे में यह तीनों युवक पैदल ही अपने घर की ओर चल पड़े ।