शिमला : प्रदेश में समाचार पत्रों के प्रकाशन पर कोरोना वायरस को लेकर संकट मंडरा रहा है। दरअसल, कांगड़ा में ही अमर उजाला, पंजाब केसरी, दैनिक जागरण, हिमाचल दस्तक व दिव्य हिमाचल का प्रकाशन होता है। इसी जनपद में कोरोना वायरस से एक मौत हो चुकी है, जबकि दो पॉजिटिव मरीज टांडा में दाखिल हैं। हिन्दी दैनिक हिमाचल दस्तक ने प्रकाशन बंद कर दिया है। हालांकि तमाम प्रिंट मीडिया समूह पहले से ही डिजिटल संस्करण पर ध्यान केंद्रित कर चुके हैं, लेकिन समाचार पत्रों का प्रकाशन यथावत जारी है।
राज्य में कोरोना वायरस को लेकर सबसे अलर्ट पर कांगड़ा जनपद ही है। लिहाजा, प्रशासन ने समाचारपत्रों के वितरण पर भी रोक लगाने का फैसला ले लिया था। बताया गया कि कांगड़ा प्रशासन ने इस निर्णय को वापस ले लिया है। उधर, प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी डिस्ट्रिब्यूशन को लेकर दिक्कतें आ रही हैं।
ट्रांसपोर्ट व्यवस्था ठप होने की वजह से समाचार पत्र केवल उन स्थानों पर पहुंच रहे हैं, जहां अखबारों की टैक्सियां सीधे समाचार पत्र पहुंचा रही हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि प्रदेश में डिजिटल मीडिया भी प्रभावी तरीके से कार्य कर रहा है। मगर सरकार सहयोग देने को अब तक भी तैयार नहीं हुई है।
समाचार पत्रों को लेकर सोशल मीडिया में यह बात भी वायरल हुई थी कि इसके इस्तेमाल से भी कोरोना वायरस आ सकता है। यह अलग बात है कि केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री ने इस बात का खंडन करते हुए ट्वीट किया था कि समाचार पत्र पढ़ना सुरक्षित है। छोटे से प्रदेश में कांगड़ा के अलावा हमीरपुर से भी समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं। कुल मिलाकर सूबे के मीडिया हब कांगड़ा में कोरोना वायरस की दस्तक के कारण समाचार पत्रों के प्रकाशन पर भी संकट पैदा हुआ है।