धर्मशाला : कांगड़ा में शनिवार को कोरोना के पांच संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि गत दो दिवस प्रारंभिक तौर पॉजिटिव पाए गए मामलों की सैंपल रिपोर्ट पुणे भेजी गई है। यह जानकारी उपायुक्त राकेश प्रजापति ने प्रेस वार्ता में देते हुए बताया कि कोरोना वायरस को लेकर किसी भी तरह की अफवाहों से बचें। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर जानकारी छुपाने तथा निर्देशों का पालन नहीं करने पर दो के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।
उन्होंने कहा कि धारा-144 के आदेशों की उल्लंघन करने पर एक फर्म की तीन निजी बसों को भी जब्त किया गया है तथा मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही बाहरी राज्यों की आठ वॉल्वो बसों को भी जब्त किया गया है। चालक तथा परिचालक पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के पश्चात कांगड़ा जिला के धर्मशाला में उपायुक्त कार्यालय परिसर के रूम नंबर 710 में इमरजेंसी रिसपोंस सेंटर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका दूरभाष नंबर 01892-224970 तथा 01892-224976 है।
उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस बाबत टोल फ्री नंबर 104 तथा 1077 पर सात सौ के करीब लोगों ने संपर्क कर जानकारियां प्रदान की हैं। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि नए आईसोलेशन सेंटर स्थापित करने पर भी विशेष बल दिया जा रहा है। एनआईएफडी में भी नया आईसोलेशन सेंटर बनाया जा रहा है। उपायुक्त राकेश प्रजापति ने कहा कि दुकानों में आवश्यक खाद्य सामग्री की रेट लिस्ट लगाना भी अनिवार्य कर दिया गया है ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कतें नहीं हों।
उन्होंने आम जनमानस से आग्रह करते हुए कहा कि जब तक जरूरी नहीं हो घरों से बाहर नहीं निकलें तथा सामाजिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि तिब्बतियन सरकार से भी आग्रह किया गया है कि देश के अन्य जगहों पर रह रहे तिब्बतियन लोगों को भी कांगड़ा में फिलहाल आने से रोका जाए। इसके साथ ही अन्य राज्यों के टूरिस्ट तथा गाडि़यों के कांगड़ा जिला के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। उपायुक्त ने कहा कि सभी लोगो को कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित करनी चाहिए।